Chronic UTI Treatment : हर साल बड़ी संख्या में लोग यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) की चपेट में आ रहे हैं. ये बीमारी यूरिन में जलन, तेज दर्द, खून आने और बदबू जैसी समस्याओं की वजह से हो सकती है. क्रॉनिक यूटीआई का इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है, लेकिन इन दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल से जिन बैक्टीरिया को निशाना बनाते हैं, वे प्रतिरोधी हो सकते हैं और दवाओं के प्रभाव को कम कर सकते हैं. लेकिन अब टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक नए और इलाज की खोज की है, जिसमें यूरिनरी ब्लैडर में अच्छे बैक्टीरिया का इस्तेमाल कर सकते हैं.


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क्रॉनिक यूटीआई के लक्षण


यूरिनेशन के दौरान जलन या चुभन


पेल्सिव या पेट के निचले हिस्से में दर्द


बार-बार पेशाब लगना


यूरिन से तेज या गंदी स्मेल आना


यूरिन का रंग असामान्य होना


यूरिन का रंग लगातार गहरा होना


यूरिन से खून निकलना


यूरिनरी ब्लैडर में गुड बैक्टीरिया का इस्तेमाल


वैज्ञानिकों ने पाया है कि यूरिनरी ब्लैडर में अच्छे बैक्टीरिया का इस्तेमाल करके क्रॉनिक यूटीआई का इलाज किया जा सकता है. ये बैक्टीरिया यूरिनरी ब्लैडर में हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करता है और उसकी सेहत को बेहतर बनाता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि भविष्य में इस इलाज का इस्तेमाल क्रॉनिक यूटीआई (Chronic UTI) के इलाज में किया जा सकता है. इससे मरीजों को दर्दनाक और परेशान करने वाले लक्षणों से आराम मिल सकता है.


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कैसे काम करता है यह इलाज


ये ट्रीटमेंट यूरिनरी ब्लैडर (Urinary Bladder) में अच्छे बैक्टीरिया को डालने के लिए एक खास तकनीक का यूज करता है. इससे मूत्राशय में हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में हेल्प मिलती है. इस इला के कई फायदे हैं. इससे दर्दनाक और परेशान करने वाले लक्षणों से काफी हद तक आराम मिल जाएगा, यूरिनरी ब्लैडर हेल्दी बनेगा और हानिकारक बैक्टीरिया का प्रभाव भी खत्म हो सकेगा. हालांकि, अभी इस पर रिसर्च जारी है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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