Health Tips: जीभ के बदलते रंग से अपनी बीमारी का लगाएं पता
Health Tips: अपनी ओरल हाइजीन का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है क्योंकि मुंह की सफाई ठीक तरीके से न होने पर आपको मुंह से जुड़ी कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. इसीलिए आज हम आपके लिए लाए हैं ऐसे उपाय जो मुंह की परेशानियों से छुटकारा दिलाने में करेंगे आपकी मदद और साथ ही जानेंगे इन परेशानियों के पीछे का कारण.
Health Tips: बीमारी के इस भयानक दौर में आप अपने आस पास हाइजीन का पूरा ध्यान रखते हैं. हाइजीनिक खाना खाते हैं और अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी प्रकार की अनहाइजीनिक चीज़ों से दूर रहते हैं. मगर खुद को स्वस्थ रखने की जल्दबाज़ी में आप एक चीज़ पर ध्यान देना भूल जाते हैं और वो है आपके मुंह की सफाई. जी हां, जितना ख्याल आप अपने शरीर का रखते हैं. उससे कही ज़्यादा ज़रूरी है अपनी ओरल हाइजीन का ध्यान रखना क्योंकि मुंह की सफाई ठीक तरीके से न होने पर आपको मसूड़ों में सूजन, दांतों से खून, सांसों की दुर्गंध और मुंह में छाले जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जो आगे चलकर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी का रूप ले सकती है.
इसके अलावा, आइसक्रीम खाने से सेंसिटिविटी की परेशानी और जीभ का बदलता रंग, ये वो दिक्कते हैं जो आपकी वीक ओरल हेल्थ की ओर इशारा करती हैं. बता दें कि, ओरल हेल्थ का ध्यान रखना केवल ब्रश करना नहीं होता है. आपको अपनी दिनचर्या में कुछ ऐसे नियमों को अपनाना आवश्यक होता है जो आपके स्वस्थ मुंह के लिए बेहद ज़रूरी है. इसीलिए आज हम आपके लिए लाए हैं ऐसे उपाय जो मुंह की परेशानियों से छुटकारा दिलाने में करेंगे आपकी मदद और साथ ही जानेंगे इन परेशानियों के पीछे का कारण.
जीभ का बदलता रंग किस बीमारी का संकेत? क्या कभी ब्रश करते समय आपने अपनी जीभ के रंग पर ध्यान दिया है? अगर नहीं, तो अब ध्यान देना शुरू कर दें. क्योंकि जीभ का रंग आपको आपकी बीमारी से अवगत करा सकता है. अगर आपकी जीभ का रंग लाल है तो आपके शरीर में पानी की कमी हो रही है. वहीं आपकी जीभ का नीला पड़ना आपकी सांस संबंधित बीमारी का संकेत है. जीभ का सफेद होना शरीर में रोग को दर्शाता है. ऐसा तब होता है जब आप अपनी जीभ की सफाई सही से नहीं करते हैं. फंगल इंफेक्शन और सांसों में बदबू पैदा होने का भी यही कारण है. इसके अलावा यदि आपकी जीभ पर काले धब्बे पड़ रहे हैं तो समझ जाएं कि आपको बैक्टीरियल इंफेक्शन हुआ है. ये समस्या गलत टूथपेस्ट का उपयोग करने या हार्मोनल बदलाव के कारण हो सकती है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
कमज़ोर मसूड़े कर देंगे आपकी बत्तीसी गायब अगर आपके मसूड़े कमजोर हैं तो इसका प्रभाव आपके दांतों पर भी ज़रूर होगा. जब आप रोज़ ब्रश नहीं करते हैं तो आपके दांतों और मसूड़ों के बीच में मैल जमा होने लगता है. यही कारण है कि दांतों की जड़ें कमज़ोर होने लगती हैं. ऐसे में अगर आपके दांत हिलने लगें या ब्रश करने पर मसूड़ों से खून आए तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाएं.
जबड़े में झन्नाटेदार दर्द जबड़े में तब दर्द होता है जब दांत सड़ने लगते हैं या जबड़े की हड्डी संक्रमित हो जाती है. इसके अलावा जो हड्डी कनपटी को नीचे वाले जबड़े से जोड़ती है अगर उसमें किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तब भी जबड़े में दर्द होना स्वभाविक है. ऐसे में डॉक्टर्स की सलाह पर तुरंत अपने दांतों का, जबड़े की हड्डी का और मासपेशियों का परीक्षण अवश्य करवाएं.
आइसक्रीम से दांतों को नुकसान जिस आइसक्रीम को आप बेहद शौक से खाते हैं वाही आइसक्रीम आपके दांतों में सेंसिटिविटी की परेशानी पैदा कर देती है. इसका कारण है डार्क सोडे में कृत्रिम रंग मिला होना. इससे आपके दांतों के इनेमल में नुकसान पहुंच सकता है.
सरल घरेलु नुस्खे 1. दिन में दो बार ब्रश करें और सॉफ्ट टूथब्रश का उपयोग करें 2. हर हफ्ते या 15 दिन में अपने मुंह की जांच ज़रूर कराएं 3. मिठाई, कोल्ड ड्रिंक, जंक फूड आदि की बजाय स्वस्थ आहार का सेवन करें 4. खाना खाने के तुरंत बाद दांतों को अच्छे से साफ करें और कुल्ला करना न भूलें 5. खाने के बाद सौंफ का सेवन अवश्य करें. इसके दो फायदे हैं- पहला मुंह से दुर्गंध नहीं आती और दूसरा खाना पच जाता है.
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