एक्सप्लोरर
सावधान ! आंखों की रोशनी छीन सकती है EYE FLU में की गई आपकी ये एक गलती
कंजेक्टिवाइटिस एक सेल्फ लिमिटिंग डिजीज है. कंजंक्टिवाइटिस के हर केस में एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं होती है. कई बार इस संक्रमण के वायरल होने का खतरा भी रहता है, जिसका समय पर इलाज आवश्यक होता है.
![सावधान ! आंखों की रोशनी छीन सकती है EYE FLU में की गई आपकी ये एक गलती health tips conjunctivitis eye flu can cause blindness know symptoms and treatment in hindi सावधान ! आंखों की रोशनी छीन सकती है EYE FLU में की गई आपकी ये एक गलती](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/08/07/7ca5d32d0de0d9ad3c8d1d0fd2cc013d1691389447641506_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
आई फ्लू में लापरवाहियां
Source : Freepik
EYE FLU : बारिश और बाढ़ में कंजेक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) यानी आई फ्लू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. आंखों में संक्रमण के चलते लालिमा, दर्द और जलन की समस्या हो रही है. वैसे तो ये समस्या कुछ दिनों में खत्म हो जाती है लेकिन कई बार यह गंभीर रूप भी ले सकती है. आंखों के एक्सपर्ट्स का कहना है कि आई फ्लू होने पर कुछ लोगों ने खुद ही आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, जिनमें स्टेरॉयड की अधिकता हो सकती है. इससे कुछ समय के लिए आई फ्लू से आराम तो मिल जाता है कि लेकिन लंबे समय के लिए स्टेरॉयड आंखों में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है. इसलिए आई फ्लू का सही इलाज कराना चाहिए. खुद से स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप्स का यूज नहीं करना चाहिए.
कंजेक्टिवाइटिस के प्रकार
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, दिल्ली समेत कई राज्यों में कंजेक्टिवाइटिस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. यह एक सेल्फ लिमिटिंग डिजीज है, जिसका मतबल कुछ समय बाद यह खुद ही ठीक हो सकती है. कंजेक्टिवाइटिस के हर केस में एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं होती है. कई बार इस संक्रमण के वायरल होने का खतरा भी रहता है, जिसका समय पर इलाज आवश्यक होता है.
स्टेरॉयड का इस्तेमाल न करें
आई फ्लू का वैसे तो कोई प्रमाणित इलाज नहीं है लेकिन कुछ स्थितियों में बीमारी की कंडीशन को देखते हुए डॉक्टर कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स वाले आई ड्रॉप्स देने की सलाह दे सकते हैं. इससे एडेनोवायरल कंजेक्टिवाइटिस इंफेक्शन खत्म हो सकता है. लेकिन कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स हर किसी के लिए नहीं होता है. इसके उपयोग को लेकर सावधानी की आवश्यकता होती है. अगर इसका ज्यादा या बिना जरूरत के इस्तेमाल किया तो संक्रमण बढ़ सकता है और लंबे जोखिम का खतरा भी हो सकता है.
स्टेरॉयड आंखों के लिए खतरनाक
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एम्स के आरपी सेंटर के प्रमुख डॉ. जेएस टिटियाल का कहा है कि आई फ्लू (Eye Flu) के करीब 20-30 प्रतिशत केस में पॉजिटिव बैक्टीरियल कल्चर देखने को मिले हैं, जो बताते हैं कि ये सुपरएडेड बैक्टीरियल इंफेक्शन हैं. डॉक्टर का कहना है कि स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप्स का ज्यादा इस्तेमाल कई तरह का खतरा पैदा कर सकता है. ऐसे लोग जो लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल करते हैं, उनमें ग्लूकोमा और मोतियाबंद का खतरा हो सकता है. दोनों ही आंखों के लिए गंभीर है. इनसे आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी रहता है.
Eye एक्सपर्ट का क्या कहना है
आंखों के एक्सपर्ट का कहना है कि कंजेक्टिवाइटिस को लेकर अलर्ट रहना चाहिए. इससे बचने के लिए उपाय अपनाते रहना चाहिए. अगर समय रहते इस बीमारी की पहचान हो जाए तो यह जल्दी से ठीक हो जाता है. आंखों में संक्रमण होने पर डॉक्टर की सलाह पर ही किसी दवा का इस्तेमाल करें. ज्यादातर मामलों में ठंडी सेंकाई और आराम करें. इससे आंखों का संक्रमण ठीक हो जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
Don't Miss Out
00
Hours
00
Minutes
00
Seconds
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
राजस्थान
इंडिया
बॉलीवुड
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शंभू भद्र](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/fdff660856ace7ff9607d036f59e82bb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
शंभू भद्रएडिटोरियल इंचार्ज, हरिभूमि, हरियाणा
Opinion