Health Tips: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है, लेकिन इसको पहनकर काम करने से सांस लेने में काफी परेशाानी होती है. मास्क के कारण आप हवा में खुल कर सांस नहीं ले पाते हैं, जिसके चलते आपके ब्लड में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है क्योंकि जब आप कार्बन डाइऑक्साइड में सांस लेते हैं, तो इससे आपके फेफड़ों और शरीर पर एक दबाव बनाता है. ऐसे में अगर आप एक्सरसाइज, योग, रनिंग, जॉगिंग आदि मास्क पहन कर करते हैं, तो ये सब क्रियाएं आपके लिए और भी अधिक तकलीफदेह बन जाती है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि मास्क पहनकर एक्सरसाइज या वॉक करने पर आपकी सेहत को क्या नुकसान हो सकते हैं.


मास्क पहन कर एक्सरसाइज करने से हो सकती हैं ये परेशानियां-
थकान और एनर्जी की कमी
जब आप एक्सरसाइज करते हैं तो एनर्जी ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ा देती है. मास्क पहनने से आपका स्टैमिना धीरे-धीरे कम होने लगता है. ऐसे में जब आप शरीर की जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन नहीं ले रहे होते हैं, तो आपको बहुत थकान महसूस होने लगती है और आपकी एनर्जी भी खत्म होने लगती है.


मतली और उल्टी जैसा महसूस होना
ऑक्सीजन की कमी के कारण आपको वर्कआउट के दौरान मतली और वोमिटिंग जैसी फीलिंग आना एक बड़ी समस्या बन सकती है. अगर आप मास्क पहनकर चलते हुए ऐसा महसूस करते हैं, तो ऐसे में इसे करना बंद करना होगा और घर पर ही रहना होगा.


डिहाइड्रेशन और बहुत अधिक पसीना आना
जब आप खुली हवा में फिर से सांस लेते हैं तो इससे आपके हृदय की गति एकदम तेज हो जाती हैं जिसके कारण आपको बहुत पसीना आने लगता है. जिससे आपके शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा हो सकती है. वहीं गर्मियों के मौसम में ये परेशानी और भी बढ़ सकती है इसलिए कोशिश करें कि घर पर ही रहकर एक्सरसाइज करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें.


चिड़चिड़ापन और बेहोशी का एहसास
मास्क पहनकर व्यायाम करने से आपके शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ा जाता है, जिसके कारण आप बेहोश भी हो सकते हैं. साथ ही इस तरह का व्यायाम करने से आपको ताजगी का एहसास नहीं होगाा, बल्कि आपको दिन भर चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है.


क्लाउस्ट्रोफोबिया फोबिया के शिकार
क्लाउस्ट्रोफोबिया यह बहुत ही आम फोबिया है. यह एक स्थितिजन्य फोबिया है. इसमें भीड़ भरे स्थानों पर बेचैनी महसूस होने के कारण भय उत्पन्न होता है. यह कमरे में बंद होने और भीड़भाड़ वाली सड़कों पर गाड़ी चलाने जैसी चीजों से शुरू हो सकता है. जब आप व्यायाम करते समय भारी सांस लेते हैं, तो आपके क्लॉस्ट्रोफोबिक होने की संभावना तेजी से बढ़ जाती है क्योंकि इससे शरीर में हवा की कमी हो जाती है. जिससे आपको बेचैनी हो सकती है और आप क्लाउस्ट्रोफोबिया के शिकार हो सकते हैं.


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