Covid-19 : कोरोना के केस भले ही कम हो गए हो लेकिन प्रभाव कम नहीं हुआ है. सर्दियों की शुरुआत में एक बार फिर देश में संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं. यूएस में 11 नवंबर को कोरोना के मामलों में 8.6 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है. करीब 16,239 नए मरीज अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के आंकड़ों के मुताबिक, वहां 14 स्टेट्स में कोरोनो वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या बढ़ी है. पिछले साल सर्दियों में भी इसके केस में वृद्धि हुई थी. भारत की बात करें तो दिवाली के बाद कोरोना के केस में बढ़ोतरी देखने को मिली है. हालांकि, स्थिति कंट्रोल में है.  पिछले 24 घंटे में कोविड 19 के 26 नए केस सामने आए हैं. इस तरह संक्रमितों की संख्या 172 हो गई है. हेल्थ एक्सपर्ट, इससे सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं.

 

सर्दियों में बढ़ रहा कोरोना का अटैक

स्वास्थ्य संगठनों का कहना है कि मौसम ठंडा होने से कोरोना वायरस और दूसरे संक्रमण बढ़ जाते हैं. साल 2020 में हुए एक अध्ययन के मुतबिक,  ठंड और शुष्क परिस्थितियों में कोरोना लंबे समय तक जिंदा रह सकता है. यूएस स्टेट वर्मोंट में कोरोना के मामलों में 70 प्रतिशत तक का इजाफा देखने को मिला  है.

 

फ्लू से रहें अलर्ट

अमेरिका में कोरोना के साथ कई स्टेट्स में फ्लू के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, अमेरिका में फ्लू का सीजन ही चल रहा है. कम से कम 7 राज्य में इसकी चपेट में बड़ी संख्या में लोग हैं. देश के अन्य हिस्से भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. सीडीसी रिपोर्ट के मुताबिक, जॉर्जिया, न्यू मैक्सिको और कोलंबिया में भी इसका खतरा बढ़ रहा है.

 

हेल्थ एक्सपर्ट क्या कहते हैं

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर और जनवरी में शीतकालीन फ्लू काफी तेजी से बढ़ते हैं लेकिन पिछले साल से पहले ही इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है. 2022 में फ्लू का संक्रमण अक्टूबर में ही देखने को मिला था. इस साल नवंबर में ही इसके केस आने लगे हैं. फ्लू से पीड़ित कई लोगों में इसके लक्षण इतने हल्के होते हैं कि उनकी जांच भी नहीं की जा सकती है. इसलिए इन मरीजों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है.

 

कोरोना और फ्लू से बचाव

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना और फ्लू दोनों से बचाव करने की जरूरत है. मास्क पहनने के साथ हर किसी को कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करना चाहिए.फ्लू वायरस कई तरह से हो सकते हैं. बुजुर्गों और बच्चों का सही तरह ख्याल रखें. किसी तरह की लापरवाही से बचें.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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