Health Tips : भारत में भले ही कोविड के केस कम हो गए हैं लेकिन कई देश ऐसे भी हैं, जहां इसके मामले अब भी आ रहे हैं. चीन के कुछ शहरों में एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है. हमारे देश में भी अभी खतरा पूरी तरह टला नहीं है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) और मेडिकल कंडीशन के आधार पर हर इंसान पर कोविड के परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि कोविड से बचने बूस्टर डोज लेने की. लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि अगर कई महिला प्रेगनेंट है तो क्या वह कोरोना बूस्टर डोज ले सकती है? आइए जानते हैं क्या है हेल्थ एक्सपर्ट की राय..
क्या प्रेगनेंट महिलाएं ले सकती हैं बूस्टर डोज?
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, अगर कोई महिला प्रेगनेंसी की प्लानिंग कर रही हैं तो उन्हें कोविड बूस्टर डोज लेना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाएं भी बूस्टर डोज ले सकती हैं. इसमें बिना देरी किए डोज लगवानी चाहिए. क्योंकि कई बार महिलाएं बूस्टर डोज लगवाने के लिए प्रेगनेंसी की पहली तिमाही समाप्त होने का इंतजार करती हैं, जो की गलत है. डोज लेने में जितना देरी करेगी, कोविड का रिस्क भी उतना ही बढ़ेगा.
ब्रेस्टफीडिंग मदर ले सकती हैं बूस्टर डोज?
ब्रेस्टफीडिंग मदर को भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेना चाहिए. बूस्टर डोज से एंटीबॉडीज, ब्रेस्ट मिल्क के माध्यम से नवजात तक पहुंचती है. ऐसे बच्चे जिनकी उम्र 6 साल या उससे ज्यादा है, उन्हें भी कोविड वैक्सीन लगवानी चाहिए. बूस्टर डोज लेने के बाद प्रेगनेंट महिलाओं में थकान, बुखार, सिर दर्द जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं. ऐसे में डॉक्टर से सलाह लें. डोज से पहले हेल्दी डाइट और पर्याप्त पानी का सेवन करें.
बूस्टर डोज को इग्नोर करना कितना खतरनाक?
कोविड-19 के नए-नए वैरिएंट्स के बारें में सुनने को मिल रहा है. ऐसे में प्रेगनेंसी में बूस्टर डोज को इग्नोर करने से बचना चाहिए. गांव में जानकारी के अभाव में महिलाएं वैक्सीन नहीं लगवा पाती हैं. ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ जाता है. शहर में भी बूस्टर डोज लेने वाली महिलाओं की संख्या न के बराबर है. डॉक्टर बताते हैं कि ओपीडी में चेकअप के लिए आने वाली काफी महिलाएं बूस्टर डोज नहीं ली होती हैं. इसलिए अगर आप प्रेगनेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग मदर हैं तो खुद की सुरक्षा और बच्चे की सुरक्षा के लिए कोविड 19 की वैक्सीन और बूस्टर डोज लेना चाहिए.
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