Diabetes Control Flour : डायबिटीज की चपेट में आने के बाद कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. यह एक ऐसी क्रोनिक बीमारी है, जिसकी कोई दवा नहीं है. हालांकि, लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव कर इसे कंट्रोल किया जा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अपनी रोजाना की डाइट में बदलाव कर ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कम कर सकते हैं. चार चीजें ऐसी हैं, जिन्हें अगर आटे (Diabetes Control Flour) में मिलाकर उसकी रोटी बनाई जाए तो डायबिटीज से काफी राहत मिल सकती है...
बेसन-चने का आटा
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हमारे घरों में आटे की रोटियां बनाई जाती है लेकिन गेंहू के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी ज्यादा होती है. इसमें कार्बोहाइड्रैट की मात्रा अधिक होती है. अगर गेहूं के आटे में थोड़ा सा बेसन मिला दें तो न टेस्ट में फर्क आएगा और प्रोटीन की मात्रा भी बढ़ जाएगी. इस आटे से बनी रोटियां सुबह-सुबह खाने से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है.
जौ का आटा
जौ के आटे में फाइबर खूब पाया जाता है, जो मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर शुगर को तुरंत बनने से रोकता है. जौ का आटा इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने का काम करता है. जौ लो ग्रेड इंफ्लामेशन को भी कम करने का काम करता है. यह कई तरह की बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है. इसलिए गेंहू का आटा गूंथते समय उसमें थोड़ा सा जौ का आटा मिलाएं. इसे खाने से दिनभर शुगर नहीं बढ़ता और कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है.
रागी का आटा
शुगर और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो रोजाना गेंहू के आटे में थोड़ा सा रागी का आटा मिलाकर रोटियां बनाए. जिसे खाने से दोनों चीजें कंट्रोल में रह सकती हैं. रागी फाइबर और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है. रागी में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, प्रोटीन और पोलीसैचुरेटेड फैट पाया जाता है. रागी कई तरह की क्रोनिक बीमारियों को दूर करने का काम कर सकता है.
अमरंथ का आटा
अमरंथ के आटे का इस्तेमाल औषधि की तरह होता है. अमरंथ लाल रंग के दानेदार अनाज होते हैं. इनकी दलिया भी बनाई जाती है. इसे राजगिरा और चौलाई भी कहते हैं. रिसर्च में पाया गया है कि अमरंथ में एंटी-डायबेटिक और एंटीऑक्सीडेटिव गुण पाए जाते हैं. अमरंथ और गेहूं के आटे को मिलाकर बनाई गई रोटियों के सेवन से ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें