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जिम में वर्कआउट या डांस करते हुए क्यों हो जाती है मौत, जानें कारण और बचाव के टिप्स
कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से अलग और कई गुना ज्यादा खतरनाक होता है. अस्पताल के बाहर कार्डियक अरेस्ट के 90 प्रतिशत मामलों में मरीज की जान चली जाती है. कम उम्र में भी ये परेशानी देखने को मिल रही है.
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कार्डियक अरेस्ट आने पर क्या करें
Source : Freepik
Cardiac Arrest : पिछले कुछ समय में कई ऐसे मामले देखने को मिले हैं जब जिम में वर्कआउट करते और डांस करते हुए अचानक से शख्स बेहोश हो गया और उसकी मौत हो गई. हाल ही में गाजियाबाद में ऐसा मामला सामने आया जब जिम में ट्रेडमिल पर चलता हुआ एक युवक अचानक से गिरकर बेहोश हो गया और उसकी जान चली गई. इससे पहले कई सेलिब्रिटीज की भी जिम में एक्सरसाइज के दौरान मौत हो गई. अचानक से हुई इन मौतों का कारण डॉक्टर कार्डियक अरेस्ट बताते हैं. यह हार्ट अटैक से अलग और कई गुना ज्यादा खतरनाक होता है. अस्पताल के बाहर कार्डियक अरेस्ट के 90 प्रतिशत मामलों में मरीज की जान चली जाती है. कम उम्र में भी लोगों में ये परेशानी देखने को मिल रही है. यह इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि कई मामलों में इसका कोई लक्षण ही नहीं दिखता है. आइए जानते हैं कार्डियक अरेस्ट क्या होता है और यह हार्ट अटैक से कैसे अलग है...
कार्डियक अरेस्ट क्या होता है
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट के कारण दिल अचानक ही काम करना बंद कर देता है. इससे शरीर के अंगों में सही तरह से ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती और ब्रेन में ऑक्सीजन न पहुंचने की वजह से इंसान की मौत हो जाती है. यही कारण है कि डांस होने या जिम में मौत हो जाती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट होने पर शुरू में छाती में अचानक से तेज दर्द होने लगता है. हल्का पसीना आता है. ये हार्ट अटैक का लक्षण होता है और कुछ ही मिनटों में ये कार्डियक अरेस्ट बन जाता है. कार्डियक अरेस्ट आने पर मरीज की जान बचा पाना काफी मुश्किल हो जाता है. एक अनुमान के मुताबिक, अस्पताल से बाहर कार्डियक अरेस्ट आने पर 100 में से 3 मरीज के ही बचने की संभावना होती है. इसमें सीपीआर से मरीज की रिकवरी की जा सकती है. हालांकि, ज्यादातर लोग सीपीआर के बारे में नहीं जानते हैं.
कार्डियक अरेस्ट और कोरोना वायरस
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट के केस बढ़ने का एक कारण कोरोना वायरस भी है. इस वायरस की वजह से शरीर में ब्लड क्लॉट बन जाते हैं और दिल की नसों में बने क्लॉट की वजह से हार्ट ब्लजड को सही तरह से पंप नहीं कर पाता है. इससे ब्लॉकेज की वजह से हार्ट अटैक आता है. जो आधे घंटे से 15 मिनट के अंदर कार्डियक अरेस्ट का कारण बन जाता है.
इसमें आप भले ही कितने भी फिट नजर आए, खानपान व्यवस्थित रखें, बावजूद इसके कार्डियट अरेस्ट की समस्या हो सकती है. अगर कार्डियक अरेस्ट आने पर कुछ ही मिनटों में अगर इलाज न मिले तो मौत हो जाए.
कार्डियक अरेस्ट के कुछ केस के लक्षण
गैस बनना
छाती में अचानक से तेज दर्द
गले में कुछ फंसा सा लगना
शरीर के काम करने की क्षमता में अचानक बदलाव या सांस फूलना
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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