Antibiotics: चिकन खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. अब तक आपने यही सुना होगा. चिकन (Chicken) में प्रोटीन, विटामिन और सेहत को फायदा पहुंचाने वाले कई तरह की चीजें पाई जाती हैं. इसीलिए हेल्थ एक्सपर्ट इसे हेल्थ (Health) के लिए अच्छा बताते हैं. लेकिन हाल ही में पब्लिश हुई एक रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादा मात्रा में चिकन खाने से शरीर के प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है. इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ऐसे लोग जो चिकन खाते हैं, उन पर एंटीबायोटिक दवाइयों (Antibiotics) का असर कम होता है. आइए जानते हैं कि क्या कहती है ये रिपोर्ट...
कमजोर होती है इम्युनिटी
ज्यादातर पॉल्ट्री फर्म के मालिक अपने चिकन की सेहत को मेंटेन रखने के लिए बहुत ज्यादा मात्रा में एंटीबायोटिक दवाएं देते हैं. चिकन खाने वाले लोगों को इसी वजह से एंटीबायोटिक दवाएं असर कम कर पाती हैं. इसलिए ज्यादा मात्रा में चिकन का सेवन नहीं करना चाहिए.
शरीर पर साइड इफेक्ट्स
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर लोग चिकन की सेहत के हिसाब से उसे खरीदकर पकाने का इंतजाम करते हैं. ये चिकन खाते ही चिकन के शरीर में मौजूद एंटीबायोटिक्स तुरंत ही उसे खाने वाले व्यक्ति के शरीर में ट्रांसफर हो जाते हैं. इसी वजह से प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ता है और फिर वही दवाएं असर नहीं कर पाती हैं. इससे कई अन्य तरह की समस्याएं भी होती हैं.
दुनिया भर में यही स्थिति
इंसानों में चिकन के शरीर से एंटीबायोटिक्स के ट्रांसफर होने के मामलों को मेडिकल की भाषा में एएमआर यानी कि एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (Antimicrobial resistance) कहा जाता है. डब्ल्यूएचओ ((WHO) के मुताबिक, इंसानों में संक्रमण रोकने या उसके इलाज में इस्तेमाल करने के लिए एंटीमाइक्रोबियल को एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल, एंटीफंगल, या फिर एंटीपैरासिटिक्स के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. तेजी से उभर रही रह समस्या दुनिया के 10 सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक बन गई है.
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