Heart Attack Myths : बच्चों को उनके माता-पिता से कुछ बीमारियां विरासत में मिल सकती हैं. इनमें हार्ट डिजीज (Heart Diseases) भी शामिल हैं. हार्ट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कई बीमारियां फैमिली हिस्ट्री पर निर्भर करती हैं. अगर समय रहते इन पर ध्यान दे दिया जाए तो भविष्य की कई परेशानियों से बचा जा सकता है. हालांकि, इसे लेकर लोगों के बीच कई तरह की अफवाहें भी हैं.


ऐसी बातों को लेकर 'एबीपी लाइव हिंदी' की खास पेशकश है Myth Vs Facts.  'Myth Vs Facts सीरीज' की कोशिश है कि आपको दकियानूसी बातों की दलदल से निकालकर आपतक सच्चाई पहुंचाना.


बहुत से लोगों का मानना है कि अगर फैमिली में किसी को दिल की बीमारी है तो बच्चों में उसे होने से रोका नहीं जा सकता है. आइए जानते हैं इस बात में आखिर कितनी सच्चाई है...


Myth : दिल की बीमारियों का फैमिली हिस्ट्री से कनेक्शन है


Fact : हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हार्ट की कुछ बीमारियां पीढ़ी दर पीढ़ी चल सकती हैं. इनमें हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर, लिपिड यानी कोलेस्ट्रॉल की बढ़ी मात्रा, कोरोनरी धमनियों से जुड़े रोग, हाइपरट्रॉफिक ऑब्सट्रक्टिव कार्डियो मायोपैथी शामिल है. हालांकि, ये जरूरी नहीं होता है. अगर लाइफस्टाइल और खानपान शुरू से सही रखा जाए तो इन बीमारियों को रोका भी जा सकता है.



Myth : माता-पिता को दिल की बीमारी है तो आपमें भी आएगी ही आएगी


Fact : हार्ट स्पेशलिस्ट्स का कहना है कि अब समय बदल चुका है. माता-पिता की बीमारियां बच्चों में आए, इससे पहले ही उसके जोखिम को कम किया जा सकता है. हार्ट की बीमारियां बच्चों में रोकने के लिए कई दवाईयां हैं. लाइफस्टाइल में बदालव कर इन बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है. जैसे हाइपरटेंशन की अगर सही समय पर जांच शुरू कर दी जाए, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जाए तो कई बीमारियों को रोका जा सकता है.


Myth : लाइफस्टाइल और खानपान सही रखने से हार्ट की जांच की जरूरत नहीं


Fact : डॉक्टरों का कहना है कि अगर माता-पिता को कोरोनरी धमनी की बीमारी रही हो या हार्ट अटैक जैसा रिस्क रहा हो तो शुरुआत से ही दवाईयां लेकर उससे बच सकते हैं. इसके अलावा समय-समय पर जांच करवाते रहना चाहिए. इन बीमारियों से बचने के लिए हार्ट की जांच बेहद जरूरी होता है. इसके अलावा पर्याप्त एक्सरसाइज, धूम्रपान छोड़कर,सही खानपान, पर्याप्त नींद से हार्ट की बीमारियां रोकी जा सकती हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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