Heart Fact: क्या शरीर के बाहर निकालने के बाद भी धड़कता रहता है दिल, ये है जवाब
शरीर में दिल की धड़कन की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. इसकी वजह से अंग-अंग तक खून, ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं. हार्ट में जरा सी भी दिक्कत आने पर शरीर को कई समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं.
Heart Facts : दिल हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो ब्लड पंप करने और शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने का काम करता है. दिल (Heart) 13 सेंटीमीटर लंबा और 9 सेंटीमीटर चौड़ा लाल रंग का होता है. यह चेस्ट के बीच थोड़ी सा लेफ्ट साइड होता है. हमारा दिल एक मिनट में 60 से 90 बार धड़कता है. हर धड़कन के साथ शरीर में खून को धकेलता है. यह हर एक मिनट में 70 मिलीलीटर खून पंप कर देता है. शरीर के अंदर तो धड़कन (Heart Beat) चलती रहती है लेकिन क्या शरीर के बाहर निकालने के बाद भी दिल धड़कता रहेगा. जानिए जवाब...
दिल की धड़कन क्या शरीर के बाहर धड़कती है
एक्सपर्ट्स के अनुसार, दिल की धड़कन शरीर के बाहर भी हो सकती है, हालांकि, यह सिर्फ कुछ समय तक ही रह सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि दिल का अपना एक प्राकृतिक पेसमेकर होता है, जिसे मेडिकल टर्म में साइनोट्रियल (SA) नोड कहा जाता है.
यह इलेक्ट्रिकल इंपल्स पैदा करता है, जिससे हार्ट की मांसपेशी सिकुड़ती है और ब्लड पंप करती है. यहां तक कि जब दिल शरीर के तंत्रिका तंत्र और ब्लड सप्लाई से अलग हो जाता है, तब भी एसए नोड इन इलेक्ट्रिकल्स इंपल्स को बनाना जारी रख सकता है, जिससे दिल का संकुचन और धड़कन जारी रह सकता है.
शरीर के बाहर दिल कब तक धड़कता है
एक्सपर्ट्स का कहना है कि शरीर से निकाले जाने के बाद दिल की धड़कन एक सीमित समय तक ही चल सकती है. ब्लड की सप्लाई के बिना, हार्ट की मांसपेशियों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी हो जाएगी और धीरे-धीरे धड़कन कमज़ोर होती जाएगी, बाद में पूरी तरह बंद हो जाएगी.
क्या शरीर के बाहर धड़कन को बनाए रखा जा सकता है
लेबोरेटरी में शोधकर्ता विशेष छिड़काव तकनीकों के इस्तेमाल से निकाले गए दिल की धड़कन को कई घंटों तक बनाए रख सकते हैं, जो हार्ट को ऑक्सीजन वाले ब्लड या पोषक तत्व उपलब्ध करता है. हालांकि, यह कब तक बीट करेगा, इसका कोई पीरियड नहीं है. हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि दिल की धड़कन शरीर के बाहर रखना एक कठिन प्रक्रिया है. इसमें विशेषज्ञता और सावधानी की जरूरत होती है. यह प्रक्रिया सिर्फ खास परिस्थितियों में की जाती है, जैसे हार्ट ट्रांसप्लांटेशन.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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