क्या ओमेगा 3 कैप्सूल दिल की बीमारी से बचाता है? आम धारणा है कि मछली के तेल वाले ओमेगा 3 कैप्सूल हार्ट अटैक और दिल की बीमारी से सुरक्षित रखता है. इसलिए रोजाना ओमेगा 3 कैप्सूल का इस्तेमाल करनेवालों की कमी नहीं है. कैप्सूल का विज्ञापन करने वाली कंपनियां भी उसकी कमी को पूरा करने का दावा करती हैं.
ओमेगा 3 कैप्सूल पर किया गया शोध
ओमेगा 3 कैप्सूल में फैटी एसिड की मामूली मात्रा होती है. ये फैटी एसिड इंसानी सेहत के लिए जरूरी होते हैं. फैटी एसिड सब्जियों के अलावा सालमन मछली और काड मछली के तेल में भी पाए जाते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए ताजा शोध में ओमेगा 3 कैप्सूल के हवाले से नया खुलासा किया गया है. शोध में एक लाख 12 हजार लोगों को शामिल किया गया था. अध्ययन के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि उन्हें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे ये साबित हो कि फैटी एसिड से फायदा पहुंचता है.
शोधकर्ता टीम की प्रमुख डॉक्टर ली हूपर ने कहा, "हमारे अध्ययन में हजारों लोगों की जानकारी को शामिल किया गया. ये लोग ओमेगा 3 के कैप्सूल लंबे समय से खा रहे थे. तमाम कोशिशों के बावजूद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि ओमेगा 3 असरदार नहीं हैं." उन्होंने शोध को विश्व स्वास्थ्य संगठन के आदेश पर किया था.
दिल के रोग को नहीं पहुचता है फायदा
वैज्ञानिकों के मुताबिक मछली का तेल किसी भी तरह से हार्ट अटैक, दिल का रोग या मौत के खतरे को कम नहीं करता है. प्रोफेसर ली हूपर का कहना था कि तेल ऐसे कोलेस्ट्रोल के हवाले से जिस रिपोर्ट का हवाला दिया जाता है. उनमें से ज्यादातर 80-90 की दहाई में अंजाम दिया गया था. उन्होंने बताया कि पुराने शोध के नतीजों ने पूर्व के शोध के दावे की पुष्टि नहीं की. प्रो फेसर ली कहती हैं कि ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे कहा जा सके कि ज्यादा तेल वाली मछली सेहत के लिए अच्छी या बुरी है. हालांकि उन्होंने ये जरूर माना कि मछली में अन्य आहार के मुकाबले आयोडीन, कैल्शियम और विटामिन डी की ज्यादा मात्रा होती है.
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