Do's and Dont's of Pregnancy : प्रेग्नेंसी में महिला का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है. डिलीवरी होने तक फूंक-फूंककर कदम रखना चाहिए. यह मां और बच्चे दोनों की सेफ्टी के लिए जरूरी होता है. इस दौरान महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव भी होते हैं. उनका वजन तेजी से बढ़ता है. इससे महिला को चलने और काम करने में दिक्कतें होती हैं. चूंकि यह काफी नाजुक दौर होता है, इसलिए पूरी सावधानी बरतनी पड़ती है. घर के 5 कामों से तो पूरी तरह बचना चाहिए. वरना इससे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है. आइए जानते हैं...
भारी सामान न उठाएं
प्रेग्नेंसी में गलती से भी भारी सामान न उठाएं. फर्नीचर या दूसरे वजनी सामान को इधर-उधर करने से बचें. ऐसे काम करने से पीठ में खिंचाव होता है और चोट लगने का खतरा भी बढ़ जाता है. चूंकि प्रग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव के चलते जॉइंट और पेल्विक फ्लोर के सख्त टीशूज ढीले हो जाते हैं, इसलिए चोट लगने की आशंका बढ़ जाती है.
ज्यादा देर खड़े न रहें
इस दौर में ज्यादा देर तक खड़े होकर कोई काम न करें. अगर मॉर्निंग सिकनेस की प्रॉब्लम है तो उन कामों को नहीं करना चाहिए, जिसमें ज्यादा देर खड़े होना पड़ता है. क्योंकि इससे पैरों पर दबाव पड़ सकता है और सूजन के साथ पीठ दर्द की समस्या हो सकती है. खाना बना रही हैं तो ज्यादा देर खड़े रहने की बजाय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें.
ज्यादा झुकें नहीं
गर्भावस्था में पोछा लगाना, कपड़े धोना, फर्श की सफाई करना जैसे काम झुककर करने से बचें. इस दौरान शरीर के गुरुत्वाकर्षण केंद्र में बदलाव हो सकता है और ऐसे में झुकने से नर्व सिस्टम प्रभावित हो सकता है.
स्टूल या सीढ़ी पर न चढ़ें
प्रेग्नेंसी में स्टूल या सीढ़ी पर चढ़ने से बचें, इससे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है. बैलेंस बिगड़ने से समय से पहले डिलीवरी या प्लेसेंटा का समय से पहले अलग होने का रिस्क हो सकता है.
केमिकल प्रोडक्ट्स या कीटनाशक से सफाई न करें
कई स्टडीज में पता चला है कि कीटनाशकों में एक सामान्य केमिकल पाइपरोनील ब्यूटॉक्साइड पाया जाता है. बच्चे के जन्म से पहले इसके संपर्क में आने से भ्रूण के मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है. इसलिए प्रेग्नेंसी में कीटनाशक या केमिलक वाले प्रोडक्ट्स से सफाई से बचना चाहिए.
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