Health Tips: वज़न बढ़ने के 2 मुख्य कारण खराब डाइट और एक्सरसाइज की कमी माने जाते हैं. लेकिन आपको बता दें कि, वजन बढ़ने के कई और कारण भी हो सकते हैं जिन पर लोग ध्यान नहीं देते. नतीजन तमाम प्रयासों के बाद भी वज़न घटा पाना मुश्किल हो जाता है. अगर आप भी अपना वज़न घटाने के कई तरीके सही डाइट और एक्सेसाइज़ के साथ आज़मा चुके हैं तो हो सकता है कि आपके बढ़ते वजन का कारण इन 5 में से कोई एक समस्या हो, तो आइये जानते हैं इनके बारे में.


नींद की कमी
आपको हैरानी होगी मगर नींद सही से न लेना भी आपके बढ़ते वज़न का कारण हो सकता है. अगर आप रोज़ाना रात में अच्छी और गहरी नींद नहीं सो रहे हैं, तो आप अपने मोटापे को बढ़ावा दे रहे हैं. शरीर का समग्र विकास, हार्मोन्स का उत्पादन आदि नींद के दौरान ज़्यादा होता है. ऐसे में अगर आप हर रोज़ अपने शरीर की ज़रुरत भर नींद नहीं लेंगे, तो शरीर में हार्मोन्स का स्तर बिगड़ेगा, शरीर का विकास अवरुद्ध होगा और आपका वजन बढ़ने लगेगा.

तनाव
तनाव भी वजन बढ़ने का एक बड़ा कारण है. कुछ लोगों को लगता है कि दुख में इंसान खाना पीना छोड़ देता है इसलिए उसका शरीर कमज़ोर होने लगता है मगर ऐसा सबके साथ नहीं होता. इसके अलावा तनाव के कारण शरीर कॉर्टिसोल हार्मोन रिलीज़ करता है, जो आपकी भूख बढ़ाता है. इसलिए कुछ लोग दुख और तनाव में ज़्यादा खाते हैं जिससे उनका वज़न घटने के बजाय बढ़ता जाता है. ऐसा आमतौर पर तब होता है, जब आप लंबे समय से तनाव या डिप्रेशन में रह रहे हों.

फल का अधिक सेवन
वैसे तो फल हेल्दी माने जाते हैं क्योंकि इनमें फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स अच्छी मात्रा में होते हैं. लेकिन ज़्यादा मात्रा में फल खाना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि फलों में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स के अलावा कैलोरीज़ और शुगर भी अधिक होती है जिससे आपका वजन बढ़ सकता है. इसलिए फल खाएं मगर सीमित मात्रा में. वैज्ञानिकों की मानें तो, आपको हर दिन 3 से 5 सर्विंग फल और सब्जियां खानी चाहिए.

हार्मोनल बदलाव
महिलाओं के शरीर में उम्र के साथ कई बदलाव आते हैं, जिनमें से एक हार्मोनल बदलाव भी है. ये बदलाव पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज के दौरान ज़्यादा देखने को मिलते हैं. हार्मोन्स के असंतुलन के कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है जिसके कारण शरीर कैलोरीज़ को ठीक से बर्न नहीं कर पाता और एक्स्ट्रा कैलोरीज़ आपके शरीर में चर्बी के रूप में जमा होने लगती है. हार्मोनल बदलावों से निपटने के लिए ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर से मिलकर मेडिकल सहायता लें और एक्सरसाइज़ आदि करते रहें. इसके अलावा हार्मोन्स को बैलेंस करने में ध्यान यानी मेडिटेशन की भी अच्छी भूमिका होती है.

ज़्यादा दवाएं खाने से
दवाएं इंसान बीमारी और मजबूरी में खाता है. ये दवाएं इंसान के रोग को तो ठीक करती हैं लेकिन कई बार शरीर पर इनका दुष्प्रभाव भी देखा जाता है. बहुत सारी दवाएं ऐसी हैं, जिन्हें लगातार खाने से आपका वज़न बढ़ सकता है, जैसे- डिप्रेशन की दवाएं, बर्थ कंट्रोल पिल्स, स्टेरॉइड्स, बीटा ब्लॉकर्स आदि. इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स से बचना नामुमकिन है. इसलिए अगर आप दवाएं ज़्यादा खाते हैं और आपका वजन बढ़ता जा रहा है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें.

Signs Of Negative Energy: घर में नकारात्मक ऊर्जा के संकेत को ऐसे जानें, फिर करें ये आसान उपाय