Expired Medicines : सिरदर्द, बदन दर्द, बुखार, सर्दी-खांसी जैसी छोटी-मोटी बीमारियों में अक्सर ही हम घर में रखी दवाएं खा लेते हैं. इससे तुरंत आराम भी मिल जाता है लेकिन कई बार ऐसा करना खतरनाक भी हो सकता है. दरअसल, हर दवा की एक्सपायरी डेट (Expiry Date) होती है. जिसके बाद उस दवा का केमिकल कंपोजिशन बिगड़ जाता है, जिससे उससे मिलने वाली राहत भी बदल सकती है.
हम सभी दवा खरीदते समय उसकी एक्सपायरी डेट भी ध्यान में रखते हैं, यह भी जानते हैं कि इस दवा को नहीं खानी चाहिए लेकिन फिर भी कई बार इसे लेकर ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जो हमें मुश्किलों में डाल सकती हैं, इसलिए आज इस आर्टिकल में जानिए एक्सपायर्ड दवा से जुड़े हर फैक्ट्स...
1. एक्सपायर्ड दवा क्यों खतरनाक
जब कोई दवा एक्सपायरी होती है तो उसके केमिकल कंपोजिशन बदल जाते हैं. उनमें जो भी बदलवा आते हैं, वे दवा को खतरनाक भी बना सकते हैं. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि दवा जानलेवा हो सकती है. यही कारण है कि कोई भी दवा बनाने वाली कंपनी एक्सपायरी डेट निकल जाने के बाद उसके असर की गारंटी नहीं लेती हैं.
2. एक्सपायर्ड दवा खाने से क्या होगा
एक्सपायर्ड दवाओं के साइड इफेक्ट्स उसके केमिकल्स के आधार पर अलग-अलग हो सकेत हैं. किसी बीमारी में ऐसी दवाएं खाना खतरनाक हो सकता है. दवाइओं में इस्तेमाल होने वाला टेट्रासाइक्लिन नाम का केमिकल कंपाउंड एक्सपायरी डेट के बाद शरीर में जाकर किडनी डैमेज कर सकता है.
3. एक्सपायरी डेट के बाद दवाएं खाने के साइड इफेक्ट्स
उल्टी-दस्त हो सकती है
पुरानी एलर्जी बढ़ सकती है
स्किन पर रैशेज आ सकते हैं
लिवर-किडनी के लिए खतरा
मेटाबॉलिज्म स्लो होने का रिस्क
एंटीबॉयोटिक्स रेजिस्टेंस होने का जोखिम
4. एक्सपायर होने के बाद दवाईयों का क्या करें
घर में फर्स्ट एड बॉक्स में जिन दवाईयों की जरूरत नहीं उन्हें नष्ट कर दें. इन्हें फ्लश या कूड़ेदान में डालने की बजाय स्थानीय प्रशासन को दे सकते हैं, ताकि वे इसे रीसाइकिलिंग करवा सके. कूड़े या यूं ही इन दवाईयों को फंकने से जानवर बीमार हो सकते हैं या इनसे पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है.
5. एक्सपायर्ड दवा अगर गलती से खा लें तो क्या करें
डॉक्टर्स के मुताबिक, अगर गलती से एक्सपायर्ड दवा खा लें तो घबराएं नहीं. अगर खुजली, चक्कर आना, सिरदर्द या सांस की परेशानी हो तो देरी किए बिना डॉक्टर के पास पहुंचना चाहिए.
6. दवाईयों को लेकर क्या-क्या सावधानियां रखें
दवा खरीदते समय उसकी गाइडलाइन को जरूर पढ़ें.
दवा की मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरी डेट जैसी जानकारी देखें.
दवा पर लिखे इंस्ट्रक्शन्स के हिसाब से ही उसे स्टोर करें.
दवा को 25°C तापमान से नीचे, अंधेरी जगह, धूप या गर्मी से बचाकर या रेफ्रिजरेटर में ही रखने की सलाह दी जाती है.
किसी डिब्बे में दवा रख रहे हैं तो उसे कसकर बंद करें, ताकि नम हवाएं संपर्क में न आएं. उनकी पैकेजिंग का ध्यान रखें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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