Fatty Liver Disease: फैटी लिवर गलत खानपान और कम फिजिकल एक्टिविटी की वजह से होने वाली एक खतरनाक बीमारी है. अगर इसका समय पर इलाज न कराया जाए तो सिरोसिस (Liver Cirrhosis) का खतरा रहता है, जो जानलेवा भी हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब खाने में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट की ज्यादा मात्रा रखते हैं तो शरीर का फैट बढ़ने लगता है.यही फैट जब लिवर पर जमने लगता है तो फैटी लिवर (Fatty Liver) की समस्या पैदा होती है. इसकी वजह से लिवर सही तरह से काम नहीं कर पाता है. एक आंकड़ें के मुताबिक, हमारे देश में करीब 50 प्रतिशत लोगों को फैटी लिवर की समस्या है. यह कम उम्र में भी हो रहा है. इसका प्रमुख कारण बढ़ता मोटापा और गलत खानपान है. इसलिए हर किसी को सावधानीपूर्वक रहना चाहिए. 

 

लिवर सिरोसिस कितनी खतरनाक बीमारी

शरीर में बनने वाले टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने का काम लिवर का होता है. जब लिवर सिरोसिस की समस्या होती है, जब लिवर डैमेज होने लगता है. ऐसे में ब्लड प्यूरिफाई करना और पोषक तत्वों का निर्माण इसके बस की बात नहीं होती है. सिरोसिस से जो लिवर डैमेज होता है, उसे ठीक कर पाना संभव नहीं रहता है. इसका प्रमुख कारण फैटी लिवर होता है. इसलिए फैटी लिवर में सावधान रहना चाहिए. आइए जानते हैं फैटी लिवर से बचने के लिए क्या-क्या करना चाहिए...

 

फैटी लिवर में क्या करें, क्या नहीं

 

1. शराब पीना तुरंत कर दें बंद

फैटी लिवर की समस्या को अगर खत्म करना चाहते हैं तो खानपान और लाइफस्टाइल को सही करना पड़ेगा. फैटी लिवर में शराब पीना खतरनाक और जानलेवा हो सकता है. इसलिए तुरंत और पूरी तरह शराब से दूरी बना लेनी चाहिए.

 

2. वजन घटाएं

फैटी लिवर से बचने के लिए इलाज जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी खानपान है. इसलिए सबसे पहले वजन कंट्रोल करना पड़ेगा. बीएमआई के हिसाब से अपना वेट रखना पड़ेगा. डाइट में फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट वाले फूड्स को शामिल करने से फैटी लिवल ठीक करने में मदद मिलती है. इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटीज भी बढ़ाएं.

 

3. मेडिटेरेनियन डाइट ही यूज करें

मेडिटेरेनियन डाइट यानी प्लांट बेस्ड डाइट में फल और सब्जियों की मात्रा ज्यादा होती है. इसके अलावा इनमें अनाज, नट्स और सीड्स भी अच्छी मात्रा में रहती है. इस तरह का खानपान रखकर फैटी लिवर की समस्या से बच सकते हैं.

 

4. ग्रीन टी पिएं

ग्रीन टी का सेवन भी फैटी लिवर में राहत भरा होता है. ग्रीन टी में पॉलीफेनोलिक कैटेचिन, हाइपोलिपिडेमिक, थर्मोजेनिक, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण मिलते हैं. अगर नियमित तौर पर इसे पीया जाए तो काफी हद तक फैटी लिवल की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है.

 

5. अलसी के बीजों का करें सेवन

अलसी के बीज में खास तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो फैटी लिवर की समस्या को जड़ से खत्म करने में मदद कर सकते हैं. अगर नियमित तौर पर अलसी के पीज का सेवन किया जाए तो फैटी लिवर की समस्या दूर हो सकती है.

 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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