Fatty Liver Disease : लिवर शरीर का दूसरा सबसे बड़ा ऑर्गन है. यह खाने से न्यूट्रिएंट्स को प्रॉसेस करने के साथ छोटे-बड़े 500 से ज्यादा काम करता है. लिवर खून से नुकसान पहुंचाने वाली चीजों को निकालकर उसे साफ करता है. इस ऑर्गन की खासियत होती है कि डैमेज होने के बाद भी यह खुद को मैनेज कर सकता है. हालांकि, इसे सबसे ज्यादा नुकसान एक्स्ट्रा फैट पहुंचाता है.


जब लिवर के चारों तरफ जरूरत से ज्यादा फैट जमा हो जाता है तो फैटी लिवर बीमारी (Fatty Liver) हो जाती है, जो बेहद खतरनाक हो सकती है. इससे लिवर को काम करने में कठिनाई आती है. जर्नल ऑफ हेपेटोलॉजी के अनुसार, वर्तमान में पूरी दुनिया में करीब 38% लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं. आइए जानते हैं इसके लक्षण और बचने के उपाय...


फैटी लिवर कितने तरह की होती है
फैटी लिवर की समस्या आमतौर पर बहुत ज्यादा शराब पीने, अल्ट्रा प्रॉसेस्ड फूड्स खाने और फिजिकल एक्टिविटी न करने से होता है. फैटी लिवर बीमारी दो तरह के होते हैं. पहला- अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (AFLD) और दूसरा- नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD). 


फैटी लिवर के लक्षण
आमतौर पर इस बीमारी का कोई लक्षण नजर नहीं आता है लेकिन कई बार थकान महसूस हो सकता है या पेट के ऊपर दाहिनी तरफ दर्द हो सकता है. हालांकि, फैटी लिवर के गंभीर होने पर कुछ खास लक्षण नजर आ सकते हैं. इनमें आंखों-स्किन में पीलापन, स्किन में खुजली, हथेलियां लाल होना, पेट में दर्द, पेट में सूजन, यूरिन का रंग गाढ़ा होना, काला रंग स्टूल होना, पैरों में सूजन और सांस में परेशानी शामिल हैं.


फैटी लिवर का कारण


1. बहुत ज्यादा शराब पीना
2. मोटापा फैटी लिवर का प्रमुख कारण हो सकता है
3. अनहेल्दी फूड्स, ज्यादा तेल-मसाला खाना, फास्ट फूड ज्यादा खाने से फैटी लिवर का खतरा
4. फैटी लिवर के लिए कभी-कभी जेनेटिक्स कारण भी हो सकता है
5. कुछ दवाईओं की वजह से भी फैटी लिवर की समस्या हो सकती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: Myth vs Facts: क्या सिर्फ स्मोकिंग से होता है लंग कैंसर? कम उम्र में नहीं होती बीमारी, जानें क्या है हकीकत