29 करोड़ साल पुराना है ये पेड़... सेहत के लिए इतना फायदेमंद कि कई बीमारियों में करता है दवाई का काम
गिंको बाइलोबा एक लिविंग फॉसिल है और चीन का राष्ट्रीय वृक्ष भी. गिंको बाइलोबा को "मैडहेयर ट्री" के नाम से भी जाना जाता है. यह अपने बाकी प्लांट ग्रुप में इकलौती प्रजाती बची हुई है.
दुनिया में कई प्रकार के हर्ब और जड़ी-बूटियां हैं, जो हमारी सेहत के लिए काफी लाभदायक हैं. आज भी कुछ पेड़ पौधे ऐसे भी हैं जो फॉसिल प्लांट के रूप में देखने को मिलते हैं. उनमें करीब 29 करोड़ साल पुराना पेड़ गिंको बाइलोबा (Ginkgo Biloba) का नाम शुमार है, जो अब कुछ ही जगहों पर देखने को मिलते हैं. उत्तराखंड के नैनीताल में इन्हें कल्टीवेटेड फॉर्म में रखा गया है. यह हर्ब कई गंभीर बीमारियों से बचाए रखता है, जिसमें अल्जाइमर अहम है.
गिंको बाइलोबा एक लिविंग फॉसिल है और चीन का राष्ट्रीय वृक्ष भी. गिंको बाइलोबा को "मैडहेयर ट्री" के नाम से भी जाना जाता है. यह अपने बाकी प्लांट ग्रुप में इकलौती प्रजाती बची हुई है. एक शोध के अनुसार, गिंको बाइलोबा करीब 29 करोड़ साल पुराना पेड़ है जो 20 से 35 मीटर तक लंबा होता है.
गिंको बाइलोबा क्या काम करता है?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, चीन में इसे कई बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह एक ब्रेन टॉनिक है, जिससे याददाश्त तेज होती है. सांसों से जुड़ी बीमारी, कफ, फीवर, डायरिया और दांत दर्द में भी इसे प्रयोग किया जाता है. इसमें एंटीऐजिंग तत्व भी हैं. हालांकि, इसका ज्यादा इस्तेमाल सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. प्रोफेसर तिवारी ने बताया कि इस पेड़ का नाम गिंको बाइलोबा इसकी पत्तियों की वजह से पड़ा है. इसकी पत्तियां हरी होती हैं लेकिन कुछ समय बाद पीले रंग की दिखाई देती हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाती हैं. जाने गिंको बाइलोबा के क्या-क्या लाभ हो सकते हैं.
चेहरे के लिए होता है फायदेमंद
गिंको बाइलोबा में मौजूद एंटी-रिंकल गुण झुर्रियों, एक्ने, मुंहासे, खुजली, फुंसी, स्ट्रेच मार्क्स, त्वचा के दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाते हैं. चेहरे पर कई बार तनाव या चिंता के कारण भी झुर्रियों और बढ़ती उम्र के लक्षण नजर आने लगते हैं. इससे बचने के लिए आप गिंको बिलोबा का फेस पैक चेहरे पर इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें फ्लेवोनॉएड्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की समस्याओं से छुटकारा दिलाकर इसे स्वस्थ और तरोताजा रखता है.
दिल को सवस्थ रखता है
गिंको बाइलोबा में मौजूद एंटीहाइपरट्रॉफिक गुण होता है जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है. हाइपरट्रॉफिक में दिल की मांसपेशियां मोटी होने लगती हैं. ये खून को पंप करने की क्षमता काफी हद तक प्रभावित करती है. इससे दिल के दौरे या स्ट्रोक की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है.
अल्जाइमर के इलाज के लिए लाभकारी
अल्जाइमर के इलाज में गिंको बाइलोबा की महत्वपूर्ण भूमिका देखी गई है. यह इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड के कारण होता है. एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड में टेरेपेनोड्स और फ़्लेवेनोइड्स पाए जाते हैं जो नर्वस सिस्टम के गतिविधि को बढ़ाते हैं.
कैंसर में भी फायदेमंद
गिंको बाइलोबा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, टेपेरेनोड्स, फ्लेवेनोइड्स और पॉलीफेनायलिक कंपाउंड मिलकर शरीर के मुक्त कणों को ख़त्म करने में सहायक साबित होते हैं. इस प्रकार ये हमारे शरीर को क्रोनिक बिमारियों जैसे कि कैंसर आदि से बचाता है.
गिंको बाइलोबा के नुकसान
1. कुछ लोगों को गिंको बाईलोबा में मौजूद गिंकग्लिक एसिड के कारण एलर्जी की समस्या हो सकती है.
2. ये एक शक्तिशाली हर्बल सप्लीमेंट है इसलिए इसके उपयोग से पहले हमेशा सावधानी बरतें. हो सके तो डॉक्टर से जरुर सलाह लें.
3. इसका इस्तेमाल प्रेगनेंट महिलाएं, पीरियड्स चल रही महिलाएं और कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसे ब्लीडिंग डिसऑर्डर है वो ना करें.
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