एक्सप्लोरर
Brain Cancer: सिर की चोट को न करें अनदेखा, हो सकता है ब्रेन कैंसर का खतरा, जान लें हर-एक जरूरी बात
Health: हमारे मस्तिष्क की परिपक्व कोशिकाओं जैसे एस्ट्रोसाइट्स से ट्यूमर होने की आशंका बेहद कम होती है. हालांकि, रिसर्च के मुताबिक, चोट के बाद एस्ट्रोसाइट्स स्टेम सेल व्यवहार को दोबारा से दिखा सकता है
![Brain Cancer: सिर की चोट को न करें अनदेखा, हो सकता है ब्रेन कैंसर का खतरा, जान लें हर-एक जरूरी बात health tips head injuries may be the risk of brain cancer know reason and all details in hindi Brain Cancer: सिर की चोट को न करें अनदेखा, हो सकता है ब्रेन कैंसर का खतरा, जान लें हर-एक जरूरी बात](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/02/28/5f96db583e3e0fa811b8aff10fa4cadc1677569135903506_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
ब्रेन कैंसर के लक्षण
Source : Freepik
Brain Cancer: सिर की चोट ब्रेन कैंसर का रूप ले सकती है. एक रिसर्च में इसका खुलासा हुआ है. सिर में लगी चोट कई बार ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) बन जाती है. जिसे ग्लायोमा कहा जाता है. करंट बायोलॉजी नाम की एक मैगजीन में खबर छपी है, जिसमें बताया गया है कि ऐसे लोग, जिनके सिर में चोट लगी थी, उनमें ब्रेन कैंसर (Brain Cancer) की आशंका चार गुना ज्यादा होती है. इसलिए कभी भी सिर की चोट को अनदेखा नहीं करना चाहिए और समय रहते डॉक्टर के पास जाना चाहिए. आइए जानते हैं क्या कहता है यह रिसर्च..
सिर की चोट बन सकता है कैंसर
रिसर्च में बताया गगया है कि कुछ जीन में म्यूटेशन दिमाग की सूजन के साथ तालमेल करते हैं, जो चोट के बाद होती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है प्राकृतिक प्रक्रिया के साथ कैंसर की आशंका भी बढ़ जाती है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के शोधकर्ताओं ने कहा कि ब्रेन कैंसर का जोखिम करीब 1 प्रतिशत से भी कम होता है. चोट लगने के बाद भी इसका जोखिम मामूली होता है.
चोट के ब्रेन कैंसर बनने का कारण
UCL के कैंसर इस्टीट्यूट के प्रोफेसर सिमोना पारिनेलो ने बताया कि, उनकी तरफ से जो रिसर्च किया गया है, उसमें पता चला है कि सिर की चोट ब्रेन कैंसर बन सकती है. दरअसल, टिशूज (उत्तक) में कई म्यूटेशन होते हैं, जिनका कोई बड़ा इफेक्ट तो नहीं होता है लेकिन म्यूटेशन के बाद अगर सिर में चोट लगती है तो इसका गंभीर प्रभाव हो सकता है.
20,000 से ज्यादा लोग रिसर्च में शामिल
इस रिसर्च में जो पाया गया, उसके मुताबिक, मस्तिष्क के टीशूज की सूजन के साथ मिलकर काम करने वाले अनुवांशिक म्यूटेशन कोशिकाओं के व्यवहार को बदल देते हैं, जिससे कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. चूहों पर परीक्षण के बाद इंसानों में इसकी पुष्टि की गई. इस रिसर्च में 20,000 से ज्यादा लोगों के इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड की जांच की गई, जिन्हें कभी न कभी सिर की चोट लगा था.
उम्र बढ़ने के साथ बढ़ता है खतरा
रिसर्च में बताया गया है कि एक युवा मस्तिष्क में बेसल सूजन कम होती है. यही कारण होता है कि दिमाग में गंभीर चोट के बावजूद भी म्यूटेशन एक सीमा में ही रहता है लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है सूजन पूरे दिमाग में बढ़ जाता है. चोट लगने वाली जगह यह ज्यादा होता है. अगर यह एक निश्चित सीमा तक पहुंचता है तो म्यूटेशन दिखने लगता है, जिसे पेरिनेलो कहा जाता है. ग्यायोमा ब्रेन ट्यूमर है जो स्टेम सेल में पैदा होता है.
यह भी पढ़ें
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
ओटीटी
बिजनेस
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)