Health Tips: बादाम एक गुणकारी ड्रायफ्रूट है. जिसको आयुर्वेद में सात्विक आहार की संज्ञा दी गई है. सात्विक आहार को शारीरिक और मानसिक समस्याओं को दूर करने में महत्ता दी गई है. यह विटामिन ई और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर दुनिया का सबसे अच्छा स्रोत है. यह आपकी याददाश्त को बढ़ाता है. इसे खाने से पोजिटीविटी और खुशी बढ़ती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व और मिनरल्स आपको न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से बचाते हैं. साथ ही यह आपके वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, तो आइए हम आपको बताते हैं आयुर्वेद के अनुसार बादाम खाने के महत्व के बारे में.
1. वजन घटाने में सहायक बादाम में कई ऐसे गुण होते हैं, जो आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. विज्ञान की मानें तो बादाम में डाइट्री फाइबर और हेल्दी फैट्स होते हैं, जो वजन घटाने में मददगार होते हैं. इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है क्योंकि इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा बादाम से आपका पेट काफी देर तक भरा रहता है. जिससे आप ज्यादा खाना खाने से बच जाते हैं.
2. बालों को मजबूत बनाए बादाम में विटामिन बी-6, विटामिन बी-2 और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. जो आपके बालों को झड़ने से रोकने में सहायक होते है. इससे बालों के रोमछिद्र यानी हेयर फॉलिकल्स स्वस्थ रहते हैं, जिससे बाल मजबूत बने रहते हैं. साथ ही इसमें मौजूद मैग्नीशियम और विटामिन D आपकी हड्डियों को मजबूत करता है.
3. याददाश्त बढ़ाने में सहायक ये तो आप सभी ने सुना होगा कि बादाम आपकी याददाश्त बढ़ाने में फायदेमंद होता है. आयुर्वेद के अनुसार बादाम में प्राण तत्व होता है, इसलिए इसे खाने से पोजिटीविटी और खुशी बढ़ती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व और मिनरल्स शरीर को न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से बचाते हैं.
4. पित्त की समस्या से दिलाए छुटकारा बादाम खाने से शरीर एनर्जी से भर जाता है. बादाम खाने से 'पित्त दोष' घटता है, जिससे त्वचा में अलग सी चमक आती है. पित्त ही हमारे शरीर में पाचन और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है, इसलिए बादाम खाने से शरीर के सभी बायोकेमिकल फंक्शन ठीक से काम करने लगते हैं.
5. पांचों इंद्रियां को रखे स्वस्थ बादाम के सेवन से यह दिल को स्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचाता है. इसके अलावा यह आपको अल्जाइमर, डिमेंशिया जैसी कई मस्तिष्क की बीमारियों से बचाता है. आयुर्वेद के अनुसार बादाम खाने से पांचों इंद्रियां- आंख, नाक, काम, जीभ और त्वचा स्वस्थ रहती हैं.
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