Heart Health : दिल की सेहत का ख्याल रखना सबसे महत्वपूर्ण है. तब यह और भी जरूरी हो जाता है, जब कुछ सालों से कम उम्र के लोग भी गंभीर से गंभीर हार्ट डिजीज की चपेट में आ रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, कई कारण ऐसे हैं, जो हमारे हार्ट को कमजोर बना रहे हैं. पहले दिल की बीमारियां उम्र बढ़ने के साथ आती थी लेकिन अब कम उम्र में ही जानलेवा बन जा रही हैं. बहुत से ऐसे केस कुछ सालों में सामने आए हैं, जब कम उम्र में हार्ट अटैक से कई लोगों की मौत हो गई है. इसलिए दिल का ख्याल (Heart Health) रखना सबसे ज्यादा जरूरी होता है.

 

दिल की सेहत को कौन पहुंचा रहा नुकसान

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से हार्ट पर बुरा असर पड़ रहा है. दिल से जुड़ी कई ऐसी बीमारियां भी हैं जिनकी चर्चा कम होती है तो ज्यादातर लोग इनसे अनजान होते हैं. इसकी वजह से इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता और ये हार्ट अटैक का कारण (Heart Attack causes) बन सकती है. इसलिए हर किसी को इन समस्याओं के बारें में जानना चाहिए.

 

हार्ट अटैक का कारण बन सकती हैं ये बीमारियां

 

प्रिंजमेटल एनजाइना 

हार्ट में जब ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है तो इससे दर्द की समस्या होती है, जिसे एनजाइना कहते  हैं. लेकिन प्रिंजमेटल एनजाइना को कम लोग ही जानते हैं. इसे मेडिकल भाषा में वासोस्पैस्टिक एनजाइना या वैरिएंट एनजाइना के नाम से भी जाना जाता है. एसटी सेगमेंट में कुछ इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफिक बदलावों के चलते सीने में दर्द या बेचैनी हो सकती है. प्रिंजमेटल एनजाइना होने पर कोरोनरी आर्टरी में ऐंठन होने लगती है. हालांकि, यह कभी-कभार ही देखने को मिलता है.

 

STEMI हार्ट अटैक का कारण

एसटी एलीवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन ( STEMI) महिलाओं में काफी कॉमन है. यह हार्ट अटैक का गंभीर प्रकार है. हार्ट अटैक में यह सबसे ज्यादा खतरनाक और जानलेवा माना जाता है. हार्ट के नीचले हिस्सों को यह सबसे ज्यादा प्रभावित करता है. यह कई गंभीर समस्याओं की वजह भी बन सकता है. इस बीमारी में प्रमुख कोरोनरी आर्टरी पूरी तरह से रूक जाती है. सामान्य हार्ट अटैक की तुलना में यह ज्यादा जोखिम वाला होता है.

 

कार्डियक सिंड्रोम एक्स (CSX) 

इस बीमारी में टिपिकल या एटिपिकल एनजाइना के चलते चेस्ट पेन होता है. इसमें एंजियोग्राम टेस्ट में कोरोनरी वैस्कुलर के लक्षण नजर नहीं आते हैं. इसी वजह से इसका इलाज काफी कठिन हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, यह काफी गंभीर और खतरनाक हो सकता है. इस बीमारी में क्वालिटी ऑफ लाइफ पर निगेटिव असर देखने को मिलता है.

 

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम

यह काफी सामान्य है. ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी नाम से भी इसे जानते हैं. इमोशनली वीक होने की कंडीशन में यह बीमारी हो सकती है. इसमें हार्ट के पंपिंग की जगह के आकार में बदलाव देखने को मिलता है. ब्रेकअप या किसी दूसरी इमोशनली कंडीशन में इसका खतरा ज्यादा रहता है.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 

 

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