Heart Rate Before Heart Attack : हार्ट अटैक को लेकर कई कंफ्यूजन लोगों में है. बहुत से लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक अचानक से पड़ता है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसा नहीं है. हार्ट अटैक आने से तीन-चार दिन पहले ही इसके संकेत नजर आने लगते हैं. दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने से पहले बेचैनी, कमजोरी, हार्ट बीट बढ़ने जैसी समस्याएं होती हैं. कई लोगों का मानना है कि हार्ट अटैक के दौरान हार्ट रेट काफी तेज रहता है, जबकि कुछ लोग मानते हैं कि यह कम होता है. आइए जानते हैं कि हार्ट अटैक से ठीक पहले दिल की धड़कन कितनी तेज होती है...




हार्ट अटैक से पहले दिल की धड़कन का हाल




हमारा दिल एक मिनट में जितनी बार धड़कता है, उसे हार्ट रेट कहते हैं. एक सामान्य इंसान की धड़कन एक मिनट में 60-100 बार धड़कता है. हार्ट स्पेशलिस्ट्स के अनुसार, हार्ट अटैक से पहले हार्ट की रेट प्रभावित हो सकती है लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि इसमें कोई बदलाव न आए.




क्या हार्ट अटैक से पहले हार्ट रेट बढ़ जाता है




दरअसल, हार्ट अटैक 3 तरह का होता है. इसमें से कुछ में हार्ट अटैक से पहले हार्ट बीट बढ़ सकती है और कुछ में कम भी हो सकती है. पहला सेगमेंट एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फार्कशन (STEMI) है जो काफी गंभीर हार्ट अटैक माना जाता है. इसमें ज्यादातर बार हार्ट रेट बढ़ जाता है, जबकि कई बार हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम डैमेज होने से हार्ट रेट स्लो रहता है. दूसरा नॉन सेगमेंट एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फार्कशन (NSTEMI) है, जिसमें दिल को कम नुकसान होता है, लेकिन हार्ट रेट बढ़ा रहता है. तीसरा कोरोनरी आर्टरी स्पाज्म है, इसमें भी हार्ट रेट पर असर पड़ता है.




क्या दिल की धड़कन का बढ़ना हार्ट अटैक का संकेत




सीडीसी और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का कहना है कि हार्ट रेट यानी दिल की धड़कन का बढ़ना किसी तरह से हार्ट अटैक का संकेत नहीं है. हार्ट रेट का बढ़ना या कम होना हार्ट अटैक के लक्षण नहीं होते हैं. हालांकि, कभी ऐसा महसूस हो तो इग्नोर भी नहीं करना चाहिए और जाकर डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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