मैदा या रिफाइंड आटा सबसे आम इस्तेमाल होनेवाली प्रमुख सामग्री है. रोजाना के फूड जैसे ब्रेड, बिस्कुट, मिठाई समेत अन्य सामान तैयार किए जाते हैं. अधिकतर रोजाना खाए जानेवाले फूड में मैदा का इस्तेमाल होता है. फिर भी बहस इस बात पर होती है कि क्या मैदा या बहु-उद्देश्यीय आटा हमारे लिए स्वस्थ है या नहीं.
कई शोध में दावा किया गया है कि बहु-उद्देश्यीय आटा से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता हैं. अगर आप रोजाना बड़ी मात्रा में मैदा इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसके भी कुछ नुकसान को जान लेना चाहिए.
वजन बढ़ने का कारण बनता है
हमारे सभी पसंदीदा जंक फूड, पिज्जा से लेकर केक तक मैदा या रिफाइंड आटा से तैयार होते हैं. ये वास्तव में शरीर के लिए हानिकारक हैं. यही एक प्रमुख वजह है जिसके चलते विशेषज्ञ पूरी तरह वजन घटाने के लिए जंक फूड से बचने की सलाह देते हैं.
मैदा आपके शरीर की मेटाबोलिक दर को धीमा करता है. जब आप अत्यधिक मैदा का सेवन करते हैं, तो आपका शरीर फैट्स को जलाना रोक देता है और इसके बजाए उसे इकट्ठा करना शुरू कर देता है. आखिरकार ये वजन बढ़ने का कारण बनता है.
पाचन तंत्र के लिए खराब
क्या आपको पता है बहु-उद्देश्यीय आटा में फाइबर नहीं होता है? फाइबर मजबूत और स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए आवश्यक है. मैदा में कार्बोहाइड्रेट्स की उच्च मात्रा होती है. इसलिए मैदा जैसे फूड का सेवन आपके पाचन के लिए ठीक नहीं है. जब आप रिफाइंड आटा खाते हैं, तो ये आंत से गोंद की तरह चिपक जाता है और उससे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है. रिफाइंड आटा भी आपके पेट में अच्छा बैक्टीरिया का विकास नहीं करता है. अच्छा बैक्टीरिया पाचन स्वास्थ्य को सुधारता है.
हड्डियों को कमजोर करता है
बहु-उद्देश्यीय आटा स्वभाव में अम्लीय होता है. जब इसका अत्यधिक सेवन करते हैं, तो हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है. मैदा में एसिड की उच्च मात्रा की मौजूदगी हड्डी संबंधित समस्याओं जैसे गठिया और सूजन का खतरा हो सकता है.
खराब कोलेस्ट्रोल
खराब कोलेस्ट्रोल का लेवल होना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है. बहु-उद्देश्यीय आटे का सेवन शरीर में खराब कोलेस्ट्रोल का कारण बनता है. जिससे दिल की बीमारियां होने का खतरा रहता है.
आपको भूखा रखता है
मैदा से तैयार फूड जैसे चिप्स, केक, बर्गर का जब आप सेवन करते हैं, तो आपको ज्यादा भूख लगती है. आपकी मिठाइयों और ज्यादा जंक फूड की प्रबल इच्छा बढ़ जाती है. इस तरह आप बहुत ज्यादा कैलोरी का सेवन करने लगते हैं. ज्यादा कैलोरी आपके शरीर के लिए नुकसानदेह होता है और मोटापा हो सकता है.
मैदा का स्वस्थ विकल्प
मैदा के कई स्वस्थ विकल्प हैं. एक बेहतरीन विकल्प साबुत अनाज है. गेहूं, ब्राउन राइस, बाजरा, रागी (मडुआ) और ज्वार आपके किचन में बहु-उद्देश्यीय आटे की जगह ले सकते हैं. यहां तक कि सोया आटा, सूजी और बेसन भी अच्छे विकल्प हैं. ब्रेड से लेकर नूडल की तैयारी तक में ये अनाज अपने नियमित फूड पकाने में इस्तेमाल करें. स्वाद में शानदार होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी मुफीद हैं.
मैदा हमारे स्वास्थ्य के लिए मुफीद नहीं है लेकिन बाजार में मिलनेवाली अधिकतर फूड सामग्री में इसका इस्तेमाल होता है. अगर आपको मैदा के इस्तेमाल से तैयार कुछ फूड खाने की इच्छा है, तो हफ्ते में एक बार सेवन करना चाहिए. वरना मैदा का ज्यादा स्वस्थ विकल्प तलाश करने की कोशिश करनी चाहिए.
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