Health Tips: गठिया रोग या अर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें इंसान का उठना-बैठना और चलना-फिरना तक मुश्किल हो जाता है. आपके शरीर में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड गठिया रोग के प्रमुख कारणों में से एक है. यूरिक एसिड के कण धीरे-धीरे आपके शरीर के जोड़ों आकर जमा हो जाते हैं जो आगे जाकर सूजन और दर्द की वजह बनते हैं. यूरिक एसिड आपके शरीर में प्यूरिन के टूटने से बनता है. यह बीमारी महिलाओं और पुरुषों दोनों की ही हो सकती है. आमतौर पर यह रोग 50 साल की उम्र के बाद आपको ज्यादा परेशान करता है. गठिया के रोगी को ऐसे आहार जिनमें प्यूरिन अधिक मात्रा में पाया जाता है, जैसे- टमाटर, दाल और दही आदि का सेवन कम कर देना चाहिए. गठिया रोगियों के लिए अजवाइन का सेवन बेहद लाभकारी होता है, तो आइए आज हम आपको गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ आसान तरीके बताने जा रहे हैं.


अजवाइन और अदरक घटाते हैं यूरिक एसिड
अजवाइन आपके पेट के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि यह आपके खाने को पचाने में सहायक होती है. लेकिन अजवाइन के बीजों में कुछ ऐसे विशेष तत्व भी पाए जाते हैं, जो आपके शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करते हैं, जिससे आपके शरीर में गठिया रोग की समस्या धीरे-धीरे दूर होने लगती है. बशर्ते आप अदरक और अजवाइन का सही तरीके से उपयोग करें क्योंकि अदरक और अजवाइन का सेवन करने से आपको पसीना आता है. पसीना आपके शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकलने का कार्य करते हैं, इन टॉक्सिन्स में से एक शरीर में जमा एक्सट्रा यूरिक एसिड भी होता है. इसके अलावा अदरक एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर होता है, जिसके सेवन से आपको दर्द और सूजन से छुटकारा मिलता है. आइए आपको बताते हैं कैसे करें अदरक और अजवाइन का प्रयोग।


अदरक और अजवाइन का इस्तेमाल कैसे करें
इसके लिए आप एक पैन में डेढ़ कप पानी लेकर इसमें आधा चम्मच अजवाइन और एक इंच अदरक का टुकड़ा काटकर डालें. फिर इसे 6-7 मिनट तक उबालें जिससे अदरक और अजवाइन का अर्क पानी में आ जाएगा. इसके बाद इस काढ़े को छानकर इसका सेवन करें. आप दिन में 2 बार इस काढ़े का सेवन करें या इन दोनों की चाय बनाकर पिएं. इससे आपके शरीर से पसीना आता है और आपका यूरिक एसिड नेचुरल तरीके से कम हो जाता है.


अरंडी के तेल से मालिश करें
गठिया के दर्द में अदरक और अजवाइन का काढ़ा तो आप जरूर पिएं, इसके साथ ही अरंडी के तेल को गुनगुना करके दर्द की जगह पर इस तेल से मसाज करें. ऐसा करने से भी आपका यूरिक एसिड बाहर निकल जाता है. इसके अलावा अरंडी के तेल की मसाज करने से आपका दर्द और सूजन दोनों दूर हो जाती हैं.


रखें ध्यान इन बातों का भी
जो लोगों को गठिया रोग या अर्थराइटिस से जूझ रहे हैं, उन्हें अहना यूरिक एसिड कम करने के साथ-साथ अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव भी करने आवश्यक हैं, जिससे यूरिक एसिड तेजी से कम होता है और तकलीफ भी कम होती है. जैसे-
-बहुत सारे मांसाहारी आहारों में प्यूरिन पाया जाता है, ऐसे में गठिया रोगी को ऑर्गन मीट, रेड मीट, मछली आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
-शराब में भी अधिक मात्रा में प्यूरिन पाया जाता है इसलिए शराब का सेवन करने से भी गठिया रोग का खतरा और तकलीफ दोनों बढ़ जाती हैं. ऐसे में शराब का सेवन बिल्कुल न करें.
-अगर आपका वजन बढ़ा हुआ है, तो इससे भी आपके घुटनों और एड़ियों पर बहुत जोर पड़ता है, जिससे आपका दर्द और तकलीफ दोनों बढ़ जाती हैं.


Chanakya Niti: पति और पत्नी को बच्चों को लेकर हमेशा इन बातों का रखना चाहिए ध्यान