Pain Killers: सिरदर्द, बदन दर्द होने पर पेनकिलर्स लेना बहुत से लोगों की आदत बन गई है. बहुत से लोग सिर दर्द होने पर डिस्प्रिन और बदन दर्द होने पर कॉम्बिफ्लाम जैसी दवाईयां खा लेते हैं. इन दवाईयों का असर भी जल्दी दिखता है और कुछ ही मिनट में आराम भी मिल जाता है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के इस तरह की दवाईयां तब तक लेते रहते हैं जब तक दर्द ठीक नहीं हो जाता है. वे दिन में कई-कई बार इनका सेवन करते हैं. उन्हें लगता है इससे जल्दी आराम मिल जाएगा लेकिन  इसके खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.

 

पेनकिलर्स को लेकर क्या कहते हैं डॉक्टर

डॉक्टरों का कहना है कि दर्द की दवा लेना हो सकता है मजबूरी हो लेकिन बिना किसी सलाह के दिन में कई-कई बार इसे लेना खतरनाक हो सकता है. उनका कहना है कि पेनकिलर्स के साथ सेफ जैसा कुछ नहीं होता है. हर एक पेनकिलर साइड इफेक्ट के साथ ही आते हैं. ऐसे में बिना किसी सलाह के दवा लेने पर गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं. 

 

दिन में कितनी बार लेना चाहिए पेनकिलर

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पैरासिटामोल दर्द में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवा है. बच्‍चा-बच्‍चा तक इस बात से वाकिफ है कि दर्द होने पर पैरासिटामोल लेनी चाहिए. डॉक्‍टर बताते हैं कि 500 मिग्रा की टैबलेट दिन में 3-4 बार 8 घंटे के अंतराल लिया जा सकता है, वो भी डॉक्टर की सलाह के बाद. ये दवा 3-4 दिनों से ज्‍यादा नहीं लेनी चाहिए. डॉक्टर की सलाह पर ही इन दवाईयों का सेवन करना चाहिए.

 

बिना बीमारी के निदान के पेनकिलर न खाएं

डॉक्टर कहते हैं कि जब तक किसी बीमारी का निदान न हो जाए, उसकी जड़ समाप्त न हो जाए तब तक लगातार दर्द की दवा खाना नुकसानदायक हो सकता है. क्‍योंकि हर दर्द की दवा का गंभीर दुष्‍प्रभाव होता है, जो भले तुरंत न दिखे लेकिन बार-बार लेने से शरीर को खतरकनाक तरीके से प्रभावित कर सकते हैं.

 

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