महिलाओं को डिलीवरी के बाद वजन कम करना आम तौर पर मुश्किल होता है. वजन कम करने के लिए उन्हें तरह-तरह के जतन करने पड़ते हैं. इसका असर बच्चों को खुराक की शक्ल में मिलनेवाले दूध पर पड़ता है.


डिलीवरी के बाद वजन कम करने के नुस्खे


अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ गाइनाकोलॉजी के मुताबिक प्रेग्ननेंसी के दौरान 11-16 किलो वजन का बढ़ना सेहतमंद होने की निशानी है. इससे ज्यादा बढ़ना या घटना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. प्रेग्ननेंसी में वजन को काबू में रखने के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और सुबह टहलना जरूरी होता है. खुराक में फल, सब्जियों और दालों का इस्तेमाल मुफीद माना जाता है. अपनी गैर जरूरी भूख को फ्राइड या जंक फूड के बजाए फलों और ड्राइ फ्रूट से दूर करना चाहिए.


अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ न्यूट्रिशन एंड डाइट्स के मुताबिक डिलीवरी के बाद महिला के शरीर का पुरानी शक्ल में वापस आने में ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है. शरीर में 9 महीने के दौरान कई बदलाव और डिलीवरी के वक्त मांसपेशियों की टूट का सामना होता है. ऐसे में प्राकृतिक तरीके से बदलावों को दूर करने की जरूरत होती है. इसके अलावा रोजाना मासूम के लिए दूध चाहिए होता है.


महीने में 3-4 किलो वजन किया जा सकता काबू


मां के दूध बनने में शरीर 500 कैलोरी खर्च करता है. एक मां को रोजाना 2500 कैलोरी की जरूरत होती है. ये ऊर्जा दैनिक खुराक को अच्छी और संतुलित करने से हासिल की जा सकती है. इसलिए आपकी खुराक जितनी अच्छी और संतुलित होगी आपका शरीर उतनी ही तेजी से पुरानी शक्ल में वापस आ जाएगा. कुछ हिदायत पर अमल कर आसानी और सेहतमंद तरीके से 3-4 किलो वजन हर माह कम किया जा सकता है. उससे बच्चे की खुराक भी प्रभावित नहीं होगी.


1. सुबह उठते के साथ एक ग्लास पानी में शहद मिलाकर पीएं.
2. जल्द से जल्द और सेहतमंद नाश्ता करें.
3. प्रतिदिन एक अंडा, 2 मौसमी पल और 3 प्रकार की सब्जी खाएं.
4. प्रतिदिन कम से कम 12 ग्लास पानी की आदत डालनी चाहिए.
5. खजूर, भुने हुए चने का अंतराल से सेवन करें.
6. तीनों वक्त का खाना जरूरी खाना चाहिए.
7. चिकन, मछली या दालों का इस्तेमाल किया जा सकता है.