HMPV वायरस से नवजात को बचाना है तो उपनाएं 6 उपाय, हेल्दी रहेगा बच्चा
डॉक्टर्स का कहना है कि एचएमपीवी ही नहीं किसी भी बीमारी का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर ज्यादा होता है. क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह डेवलप नहीं हुआ रहता है.
HMPV Protection from Newborns : HMPV वायरस का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वालों पर देखने को मिल रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स बच्चों का खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं. इसलिए न्यूबॉर्न बेबी को लेकर मांओं की चिंताएं बढ़ गई हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि एचएमपीवी ही नहीं किसी भी बीमारी का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर ज्यादा होता है. क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह डेवलप नहीं हुआ रहता है. बच्चा जितना ज्यादा छोटा होगा, वायरस और बैक्टीरिया का खतरा भी उतना ही रहता है. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के साथ भी ऐसा ही है. ऐसे में सवाल उठता है कि नवजात को इस वायरस से कैसे बचाना चाहिए...
HMPV से न्यूबॉर्न बेबीज को क्या-क्या समस्याएं
1. डॉक्टर्स का कहना है कि HMPV के कारण छोटे बच्चों को सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.
2. HMPV निमोनिया की वजह से छोटे बच्चों को निमोनिया हो सकता है. इससे बच्चों को सांस की तकलीफ बढ़ जाए.
3. अस्थमा या सांस संबंधी बीमारी बच्चों में हो सकती हैं.
4. प्री मेच्योर डिलीवरी से पैदा हुए बच्चों को अस्थमा जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं. बच्चों में फेफड़ों से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं. सांस भी फूल सकता है.
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HMPV से नवजात को कैसे बचाएं
1. साफ-सफाई रखें
बच्चों के आसपास सफाई रखें. उन्हें हमेशा ऐसी जगह रखें, जहां स्वच्छता रहे. बच्चों के पास हाथ धोकर ही जाएं. ताकि किसी तरह के बैक्टीरिया और वायरस उन तक न पहुंच पाए और वे हेल्दी रहें.
2. ठंडी हवाओं से बचाएं
HMPV ज्यादातर सर्दी के मौसम में ही फैलता है. इसलिए बच्चों को ठंडी हवाओं से बचानेके लिए गर्म कपड़े पहनाकर घर के अंदर ही रखें. ठंडी वाएं और गीली जगहों से दूर रखें, क्योंकि इससे वायरस का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.
3. वैक्सीन लगवाएं
अगर बच्चो को लगने वाली कोई वैक्सीन बची है तो तुरंत जाकर उसे वैक्सीन लगवाएं. इसमें देरी बिल्कुल भी न करें. टीकाकरण (Vaccination) बच्चों को कई तरह के इन्फेक्शन से बचाने में मददगार होता है. HMPV वायरस की भले ही वैक्सीन नहीं बनी है लेकिन सांस से जुड़ी परेशानी से बचाने में इस तरह की वैक्सीन मदद करती है.
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4. भीड़भाड़ से बचाएं
नवजात बच्चों को भीड़भाड़ से जितना हो सके दूर रखें. जहां वायरस फैलने का खतरा ज्यादा है, वहां बच्चे को ले जाने से बचाएं. जरूरत हो तो बच्चों को मास्क भी पहनाएं. ताकि वह वायरस से बच सके.
5. लक्षण नजर आए तो डॉक्टर के पास ले जाएं
एचएमपीवी के लक्षणों में खांसी, बुखार, जुकाम और सांस जैसी समस्याएं होने पर तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं. इन लक्षणों को हल्के में लेने से बचें, क्योंकि अगर समय पर इसका पता चल जाता है तो इलाज आसानी से हो सकता है.
6. समय पर ब्रेस्ट फीडिंग
मां का दूध नवजात बच्चे के लिए सबसे अच्छा पोषण और सुरक्षा वाला होता है. मां का दूध बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है. उसे संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करता है. अन्य संक्रमणों से भी सुरक्षित रखता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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