How To Stop Bleeding: अक्सर देखा जाता है कि खेलते-कूदते या मस्ती करते समय बच्चों को या गाड़ी चलाते समय या कुछ काम करते समय बड़ों को चोट लग जाती है, जिससे ब्लीडिंग होने लगती है. छोटी-मोटी चोट तो अपने आप ही ठीक हो जाती है, लेकिन अगर बड़ी चोट है, तो उसमें से खून निकलने लगता है और अस्पताल तक पहुंचते पहुंचते कई बार इतनी ब्लीडिंग हो जाती है कि शरीर में खून की कमी भी हो सकती है.

 

ऐसे में अगर चोट लगने के बाद खूब देर तक ब्लीडिंग हो रही है, तो आप घर पर इसे कैसे रोक सकते हैं आइए हम आपको बताते हैं पांच घरेलू नुस्खे जिससे चुटकियों में ब्लीडिंग रुक जाएगी. 

 

इस तरीके से रोकें ब्लीडिंग 

 

चोट को दबाकर रखें 

कहीं चोट लगने पर अगर आपको ब्लीडिंग हो रही है, तो आप एक साफ कपड़ा लें और चोट वाली जगह पर रखकर दोनों हाथों से दबा दें या बांध दें. ऐसा करने से खून निकलना बंद हो जाता है और जल्द ही हीलिंग प्रोसेस भी शुरू हो जाती है. 

 

शरीर के उस हिस्से को उठाकर रखें 

अगर शरीर के किसी ऐसे हिस्से में चोट लगी है जिसे आप उठा सकते हैं जैसे- हाथ में चोट लगी है या पैर में चोट लगी है, तो आप लेट जाएं और उस हिस्से को हार्ट से ऊपर उठकर रखने की कोशिश करें. इस तरह से ब्लड सर्कुलेशन कम होता है और खून बहना रुक जाता है. 

 

बर्फ से करें सिकाई 

चोट लगने पर अगर खून आ रहा है और खून रुकने का नाम नहीं ले रहा, तो आप फ्रीजर से बर्फ का टुकड़ा निकालें. एक कपड़े में बांधे और इसे चोट पर रखें. आप देखेंगे कि ठंडक की वजह से खून का बहना अपने आप ही कम होने लगेगा या बंद हो जाएगा.

 

टी बैग से रुकेगी ब्लीडिंग 

जी हां, अगर आपके घर में बच्चे हैं और उन्हें आए दिन चोट लगती रहती है, तो इस्तेमाल किया हुआ टी बैग फ्रीजर में रख दें और जब भी किसी को चोट लगे, तो तुरंत टी बैग निकाल कर उस एरिया पर इसे रख दें. ऐसा करने से खून रुक जाता है और यह एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है, जो बैक्टीरिया को मारता है. 

 

माउथवॉश का करें इस्तेमाल 

अधिकतर घरों में माउथवॉश का इस्तेमाल किया जाता है और इसका इस्तेमाल आप ब्लीडिंग को रोकने के लिए भी कर सकते हैं. दरअसल, इसमें अल्कोहल की कुछ मात्रा होती है जो ब्लड क्लॉट करने में मदद करती है. आप घाव वाली जगह पर थोड़ा सा माउथवॉश लगाएं और इसे ठंडे पानी से धो लें, इससे खून बहना बंद हो जाता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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