Health Tips: हाई ब्लड प्रेशर आजकल बहुत ही सामान्य सी समस्या है. यह एक ऐसी सिचुएशन होती है जब नसों की दीवारों पर खून का दबाव बढ़ने लग जाता है. इसके होने में वर्क प्रेशर, डेडलाइन, खराब लाइफस्‍टाइल और खाने की गलत आदतें हो सकती हैं. हाई बीपी का इलाज अगर समय पर न कराया जाए, तो यह हृदय रोग का कारण बन सकता है. इसके इलाज में आहार से जुड़े कुछ बदलाव भी आपकी मदद कर सकते हैं. तो चलिए हम आपको बताते हैं, कैसे आप इसके कारण और लक्षणों को पहचान कर कंट्रोल कर सकते में.


हाई ब्लड प्रेशर के कारण -
हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप दो तरह का होता है.


1. शुरूआती हाई ब्लड प्रेशर - यह अधिकतर युवाओं में पाया जाता है. इसके कोई खास कारण नहीं होते. यह लगातार अनियमित जीवनशैली की वजह से समय के साथ हो जाता है. इस तरह के ब्लड प्रेशर के कारण बहुत आम होते है जैसै-
-मोटापा
-अधिक गुस्सा आना
-नींद में कमी होना
-मांसाहारी भोजन का अत्यधिक सेवन
-तला-भुना खाना या अस्वस्थ खान-पान


2. सेकेंडरी हाई ब्लड प्रेशर - यह शरीर में किसी रोग के कारण हो जाता है. इस तरह के ब्लड प्रेशर के निम्न कारण होते है जैसै-
-ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया
-किडनी का कोई रोग
-एड्रीनल ग्लैंड ट्यूमरथायरॉइड की समस्या
-नसों में कोई खराबी
-गर्भनिरोधक दवाओं का अधिक सेवन
-सर्दी-जुकाम और दर्द की दवाओं का अधिक सेवन
-शराब, सिगरेट, ड्रग्स आदि का नशा


हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण-
-टेंशन होना
-सिर में दर्द
-सांसों का फूलना और सांस लेने में तकलीफ होना
-सीने में दर्द
-आंखों में धुंधलापन
-पेशाब में खून निकलना
-सिर घूमना और सुस्ती होना
-नाक से खून निकलना
-नींद न आना
-दिल की धड़कन का बढ़ना


कई बार कुछ लोगों में हाई ब्लड प्रेशर के कोई भी लक्षण नजर नहीं आते. जो आपकी किडनी और हार्ट के लिए घातक साबित हो सकता है इसलिए अगर आपको लगातार थकान या आलस जैसी समस्याएं हो रही है, तो अपना ब्लड प्रेशर जरूर चैक करवाएं.


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