नई दिल्ली: किडनी खराब होने का एक बड़ा कारण शरीर में बनने वाला यूरिक एसिड भी है. जानकारी न हो पाने के कारण लोग इस समस्या को समय रहते समझ नहीं पाते हैं और शरीर में दिक्कत बढ़ती रहती है. शरीर में यूरिक एसिड तब बनता है जब प्यूरीन नाम के एक केमिकल की मात्रा अधिक हो जाती है. ऐसा हमारे खाने पीने के तौर तरीकों से होता है.


यूरिक एसिड कई बीमारियों को जन्म देता है. क्योंकि जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो ये किडनी से बाहर नहीं निकल पाता है. इसके चलते खून में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है जो कई बीमारियों का कारण बन जाती है. यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में कुछ बदलाव होने लगते हैं इन बदलावों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.


यूरिक एसिड जब शरीर में बढ़ने लगता है तो बार बार वॉशरूम जाने की इच्छा होती है. वहीं पेशाब में भी जलन होती है. पेशाब से जुड़ी दिक्कत होने लगती है. इसके साथ ही पीठ में दर्द भी होने लगता है. हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. हड्डियों से जुड़ी दिक्कतों के कारण परेशानी उठानी पड़ती है. शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने से कभी कभी पैरों की अंगुलियां टेढ़ी होने लगती हैं. ये स्थिति अच्छी नहीं मानी जाती है. ऐसा होने पर फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.


जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगे तो अधिक प्रोटीन नहीं लेना चाहिए. वहीं दिनचर्या को अनुशासित बनाएं. रोज सुबह सैर करें. खूब पानी पीएं. एक्सरसाइज करें. तनाव से दूर रहने की कोशिश करें. सुबह जल्दी बिस्तर छोड़ दें और रात में समय पर सोने की कोशिश करें. जंक फूड से बचें और स्वच्छता का ध्यान रखें.