Kidney Function Test: कहीं आपकी किडनी का फंक्शन तो गड़बड़ नहीं हो रहा है. कहीं किडनी में क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ तो नहीं रहा है. इसकी जांच अब आप घर पर ही बड़ी आसानी से कर सकते हैं. दरअसल, किडनी फंक्शन की जांच (KFT) काफी कॉमन होता है. हार्ट डिजीज, डायबिटीज और क्रोनिक किडनी बीमारी वाले मरीजों को इस जांच को करवाते रहना चाहिए. इससे पोटैशियम और क्रिएटिनिन के लेवल का पता चलता है, जिससे आने वाले खतरे को आसानी से टाला जा सकता है. इस टेस्ट को करवाने के लिए लोग डॉक्टर और हॉस्पिटल जाते हैं, जो हैक्टिक हो सकता है. इससे हेल्थ सर्विस पर भी बोझ बढ़ता है. ऐसे में घर पर ही किडनी टेस्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है.
घर पर किडनी जांच करना क्यों फायदेमंद
अगर आप घर पर किडनी की जांच करते हैं तो बार-बार अस्पताल जाने से छुटकारा मिल जाता है. इससे हार्ट फेलियर, डायबिटीज या क्रोनिक किडनी बीमारी को मैनेज करने में मदद मिल सकती है. घर पर जांच काफी सुविधाजनक हो सकता है.
घर पर किडनी फंक्शन की जांच कैसे करें
घर पर खुद से किडनी फंक्शन टेस्ट करना काफी सिंपल है. दरअसल, बाजार से एक किट आती है, जिसमें डायबिटीज के टेस्ट जैसी ही फिंगर से ब्लड निकाला जाता है. इसके बाद इस ब्लड को किट पर लगा दिया जाता है. कुछ किट में यूरीन का यूज भी किया जाता है. इस तरह जांच पूरी की जाती है.
घर पर किडनी फंक्शन टेस्ट में क्या चुनौतियां आती हैं
घर पर किडनी जांच की सुविधा काफी अच्छी मानी जाती है लेकिन इसकी कुछ चुनौतियां भी हैं. सबसे पहली कि इस टेस्ट का रिजल्ट कितना सही है, क्योंकि आगे की प्रक्रिया इसी पर निर्भर करती है. इसी के हिसाब से जरूरी कदम उठाए जाते हैं. इसलिए सही टेस्ट और सही रिजल्ट बेहद जरूरी हैं.
किडनी की सेहत का ख्याल रखने के टिप्स
1. साबुत अनाज, लो फैट, लो सोडियम फूड्स नियमित तौर पर खाएं.
2. फल और सब्जियों का सेवन नियमित तौर पर करें.
3. वजन को कंट्रोल करें.
4. रोजाना पर्याप्त नींद लें.
5. फिजिकल एक्टिविटी करना न भूलें.
6. शराब-स्मोकिंग से परहेज करें.
7. तनाव, डायबिटीज, बीपी और हार्ट डिजीज मैनेज करें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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