Health Benefits of Brinjal: आज पूरी दुनिया में डायबिटीज (Diabetes) किसी महामारी से कम नहीं है. यह बीमारी हर उम्र के लोगों में देखी जा रही है. पिछले 10 से 15 सालों में मधुमेह से ग्रसित लोगों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ी है. आपको बता दें कि एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज कुल चार प्रकार के होते हैं (Types of Diabetes). ये हैं टाइप-1, टाइप-2, प्रेग्नेंसी मधुमेह (Pregnancy Diabetes) और प्रीडायबिटीज (Pre Diabetes). लेकिन, दुनिया में सबसे ज्यादा मरीज टाइप-2 डायबिटीज (Type-2 Diabetes) के हैं. इस डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन (Insulin Hormone) नहीं बन पाता है और शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ (Blood Sugar Level Increases) जाता है.


कई शोध से यह पता चला है कि बैंगन के रेगुलर सेवन से टाइप-2 डायबिटीज पेशेंट (Type-2 Diabetes Patients) को बहुत लाभ मिलता है. बैंगन में काफी मात्रा में फाइबर (Fibre Rich Diet) पाया जाता है. यह ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. तो चलिए जानते हैं कि डायबिटीज के पेशेंट यानी मधुमेह के रोगियों के लिए बैंगन कैसे फायदेमंद (Benefits of Brinjal For Diabetes Patients) है.


बैंगन में पाए जाने वाले जरूरी पोषक तत्व
आपको बता दें कि टाइप-2 डायबिटीज के पेशेंट के शरीर में इंसुलिन की पर्याप्त मात्रा नहीं पाई जाती है. इस कारण ब्लड में मौजूद शुगर सेल्स नहीं ले पाते हैं और ब्लड में शुगर का लेवल (Blood Sugar Level) बढ़ने लगता है. इसमें ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में बैंगन बहुत मददगार है. यह हाई फाइबर युक्त और गैर-स्टार्च वाली सब्जी है. यह ब्लड में मौजूद शुगर को कम कर डायबिटीज पेशेंट के लिए लाभकारी होती है.  


दिल की बीमारियों को रखें दूर
इसके साथ ही बैंगन शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद करता है. इसमें भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स (Antioxidants) पाए जाते हैं जो शरीर को बॉडी फ्री रेडिकल्स के डैमेज से बचाते हैं. इस कारण यह दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी है. इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो ब्लड में ग्लूकोज के लेवल को नहीं बढ़ने देता है. इसके साथ ही यह हार्ट (Heart Disease) और ब्रेन को भी कई तरह की बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.