Vitamin Essential for Healthy Heart: पिछले कुछ सालों में भारत समेत पूरी दुनिया में हृदय रोगियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की एक रिपोर्ट के अनुसार हृदय रोगों (Heart Disease Cause) से मरने वाले लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही हैं. पहले यह माना जाता था कि बड़ी उम्र के लोगों में ही हार्ट की बीमारियां देखा जाती थी. लेकिन, अब यह युवाओं (Youth Suffering from Heart Disease) को भी अपना शिकार बना रहा हैं. ऐसे में डॉक्टरों और हेल्थ एक्सपर्ट्स (Health Experts) का यह मानना है कि दिल की बीमारी का सबसे बड़ा कारण है खराब जीवनशैली.
विटामिन-डी की कमी (Vitamin-D Deficiency) से बढ़ता है दिल की बीमारी का खतरा
यूरोपियन हार्ट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि विटामिन डी की कमी के कारण दिल की बीमारियों का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता हैं. रिसर्चर्स के मुताबिक जिन लोगों में विटामिन डी कमी देखी गई है उनमें दिल की बीमारियों का जोखिम ज्यादा पाया जाता है. आपको बता दें कि शरीर में विटामिन-डी की कमी के कारण ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता हैं. यह दिल की बीमारी का सबसे बड़ा कारण बनता है. इसके साथ ही यह हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर आदि कई बड़ी बीमारियों का कारण बन सकता हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 17.9 मिलियन लोग दिल से जुड़ी बीमारियों (Cardio Vascular Disease) के कारण अपनी जान गंवा देते हैं.
रिसर्च से यह बातें आई सामने
इस रिसर्च को करने वाली टीम यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया (University of South Australia) में प्रोफेसर एलिना हाइपोनन का यह मनना है कि वैसे इंसान के शरीर में विटामिन-डी की गंभीर कमी होना बहुत दुर्लभ है. लेकिन, इसकी कमी से दिल पर बहुत बुरा असर पड़ता हैं. ज्यादातर शहरों में लोग अपने काम को लेकर इतने व्यस्त है कि उन्हें पांच मिनट भी धूप में बैठने का समय नहीं हैं. इस कारण वह इसकी कमी से जूझते हैं.
विटामिन-डी के सोर्स (Sources of Vitamin-D)
पृथ्वी पर विटामिन-डी का सबसे अच्छा सोर्स सूर्य की किरणों को ही माना जाता है. इसके अलावा आप इसे कई खाने की चीजों जैसे फैटी फिश, जैसे ट्यूना, मैकेरल, सैल्मन, दूध की बनी चीजें, संतरे, सोया मिल्क आदि से प्राप्स कर सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.