Health Tips: प्रोटीन से बॉडी को ताकत मिलती है. प्रोटीन ऑक्सीजन, हाइड्रोजन और नाइट्रोजन से बनने वाला तत्व है, जो बॉडी को बीमारियों से बचाने का काम करता है. प्रोटीन शरीर को अंदर और बाहर दोनों से मजबूत बनाता है. प्रोटीन शरीर के विकास में मदद करता है. साथ ही प्रोटीन हमारे शरीर के मसल्स के निर्माण के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. ये न सिर्फ मसल्स का निर्माण करता है बल्कि हमारे शरीर की टूट-फूट की मरम्मत भी करता है. इसके अलावा हमारी हड्डियों, मसल्स, ब्लड के सही फंक्शन और अच्छी स्किन और बालों के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है. लेकिन अगर आप वेजिटेरियन हैं तो ऐसे में इन वेजिटेरियन फूड्स को खाना अच्छा रहेगा.
प्रोटीन से भरपूर होते हैं ये वेजिटेरियन फूड्स-
हाई प्रोटीन युक्त दूध
दूध न केवल कैल्शियम, बल्कि प्रोटीन से भी भरपूर होता है. दूध उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का उत्कृष्ट स्रोत हो सकता है. इसके अलावा, एक गिलास दूध शाम के लिए परफेक्ट ब्रेकफास्ट कहा जा सकता है, जो आपका पेट लम्बे समय तक भरा रखता है.
सोया
सोया सस्ता और बेहतरीन शाकाहारी प्रोटीन सोर्स है. सोया कम-फैट वाला प्रोटीन माना जाता है. आपको बता दें कि 50 gm सोयाबीन में आपको 25 gm प्रोटीन मिलता है. दिन में किसी भी सोया उत्पाद से मिलने वाला 25 gm प्रोटीन एस्ट्रोजन लेवल को नहीं बढ़ाता है.
ग्रीक दही है हाई प्रोटीन फूड
ग्रीक योगर्ट में भी अंडे से ज्यादा मात्रा में प्रोटीन होता है. प्रोटीन की बात आने पर सादा नॉनफेट ग्रीक योगर्ट बहुत फायदेमंद होता है. प्रति कप 23 ग्राम प्रोटीन में होता है. आप इसमें अपनी पसंदीदा चीजें मिलाकर भी खा सकते हैं.
राजमा
सब्जियों से इतर राजमा ज्यादातर लोगों की पसंद होता है. क्या आप जानते हैं कि 100 ग्राम पके राजमा से आप 9 gm प्रोटीन, 1-2 gm फैट और 23 gm कार्ब प्राप्त कर सकते हैं. इतना ही नहीं 100 राजमा से मिलने वाले 23 gm कार्ब्स में से आपको 6 gm फाइबर भी मिलता है.
ओट्स है हाई प्रोटीन फूड
आजकल खुद को फिट कहने वाले महिलाओं की डाइट में ओट्स को एक बेहद मशहूर आहार के रूप में शामिल होता है. एक कप सूखे ओट्स में लगभग 13 ग्राम प्रोटीन और 8 ग्राम फाइबर होता है. मैग्नीशियम, जिंक, फॉस्फोरस और फॉलेट की मात्रा से भरपूर ओट्स प्रोटीन का अच्छा स्रोत होते हैं.
हरी मटर
जो महिलाएं नॉनवेज नहीं खाती हैं वह प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए अपनी डाइट में हरी मटर को शामिल कर सकती हैं. हरी मटर के एक कप में 8 ग्राम प्रोटीन होता है. इसके अलावा हरी मटर में फाइबर, पोटैशियम, विटामिन, कॉपर जैसे कई तत्व पाए जाते हैं. ये सिर्फ ना खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता है ये हमारी हेल्थ के लिए कई तरीके से फायदेमंद होता है. ये आंखो की रोशनी को तेज करता है.
दालें
भारतीय दाल का सेवन बड़े शौक से करते है. और दाल भी एक बेहतरीन प्रोटीन का स्रोत है. एक कप या एक कटोरी दाल आपको 15-18 gm प्रोटीन प्रदान करती है. इसके साथ ही दालों में पाचन को धीमा करने वाले कार्ब होते हैं और साथ ही आपको फाइबर भी मिलता है. यहां तक कि डॉक्टर भी दालों का सेवन करने की सलाह देते हैं क्योंकि दाल आपको ह्रदय रोगों, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों की रोकथाम में भी मदद करते हैं. खाना खाने के शौकीन दाल का इस्तेमाल कई तरह से कर सकते है.
बादाम है हाई प्रोटीन फूड
बादाम एक हेल्दी स्नैक होते हैं जिसमें प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और फाइबर होता है. बादाम कई स्वास्थ्य लाभ भी देता हैं जैसे कार्डियोवैस्कुलर बीमारी से आपके दिल की रक्षा करना, सूजन को कम करना, त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार और ब्लड शूगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करना. अपनी डाइट में बादाम को शामिल करने का एक और तरीका नट बटर है. बादाम का मक्खन घर पर बनाया जा सकता है.
पीनट बटर
पीनट बटर में प्रोटीन बहुत अधिक होता है. यह टेस्टी भी होता है और साथ ही पौष्टिक भी. पीनट बटर में विटामिन बी- 6, पौटेशियम, फाइबर, मैग्नेशियम भी भरपूर मात्रा में होता है. पीनेट बटर किसी तरह से हानि भी नहीं पहुंचाता. अगर आप नियमित रुप से इसका सेवन करते हैं, तो आपके शरीर में प्रोटीन के साथ-साथ अन्य पोषक तत्वों की भी कमी पूरी होती है. पीनट बटर हमेशा ही एक अच्छा स्नैक माना जाता है.
आलू है हाई प्रोटीन फूड
आलू को स्टार्च वाली सब्जी कहा जाता है, लेकिन ये प्रोटीन समेत अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होता है. एक उबला मैश किया आलू प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है. हालांकि जब आप इसे खाते हैं तो संयम जरूरी है, क्योंकि इसमें कैलोरी काफी अधिक होती है.
सफेद छोले या चने
सफेद चने को लोग हाई कार्ब फूड मानते हैं लेकिन इनके सेवन से आपको 9 gm तक फाइबर भी मिलता है. इसके अलावा बात करें प्रोटीन की तो 100 ग्राम पके सफेद चने आपको 9 gm तक प्रोटीन प्रदान करते हैं. इसके साथ ही इसमें फैट की मात्रा सिर्फ 1 से 2 gm तक होती है.
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