Loss of Consciousness : अगर आप अचानक से बेहोश हो जाते हैं तो इसकी वजह ब्लड प्रेशर कम होना या दिमाग में ब्लड की सप्लाई कम हो जाना है. लेकिन कई बार बेहोशी गंभीर और जानलेवा बीमारियां का इशारा भी हो सकती है. कुछ मामलों में तो इसका संबंध दिल की समस्याओं से होता है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, सिंकोपी यानी अचानक से बोहोश होने के बाद जब व्यक्ति होश में आता है तब वह पूरी तरह ठीक हो जाता है. यह अररिथमिया का भी संकेत हो सकता है. इसमें हार्ट की धड़कन का बैलेंस बिगड़ जाता है. इसे नजरअंदाज करना स्ट्रोक या हार्ट अटैक (Heart Attack) का कारण बन सकता है.

 

बेहोशी और दिल का संबंध

अलग-अलग लोगों में बेहोशी का अलग कारण हो सकता है. बार-बार ऐसा होने पर दिल या ब्लड वेसल की समस्याओं का संकेत हो सकता है. कई बार यह भी समझा जाता है कि बेहोशी न्यूरोलॉजिकल समस्या है, पर यह गलत है. यही कारण है कि इसके शुरुआती फेज में कार्डियोलॉजिस्ट के पास बहुत ही कम लोग पहुंच पाते हैं. कार्डियेक सिंकोप अचानक से ही होती है. इसमें पहले से कोई संकेत समझ नहीं आते हैं. इसलिए इसका पता लगने के बाद इलाज सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है.

 

बेहोशी का कारण

अरिथमिया

बेहोशी अरिथमिया का शुरुआती लक्षण है. इसमें शरीर के दूसरे हिस्सों को ब्लड सर्कुलेशन असामान्य हो जाता है. कई मामलों में तो इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन अगर समय पर इसके इशारों को न समझा जाए और इलाज न कराया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है.

 

आयोर्टिक डिसेक्शन

इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों में से भी बेहोशी एक है. यह तब होती है जब दिल से शरीर के दूसरे हिस्सों को ब्लड ले जाने वाली आर्टरी फट जाती है.

 

आयोर्टिक वॉल्व स्टेनोसिस

इस बीमारी में हार्ट और आयोर्टा के बीच का वॉल्व संकरा हो जाता है. यह जन्म के दौरान या अधिक उम्र होने पर होता है.

 

बड़ी चोट

कई बार बेहोशी होने पर गिरने से गंभीर तौर पर चोट लग सकती है. यह चोट सिर या हड्डी में लगने पर खतरनाक हो सकती है.

 

बेहोशी से कब सावधान हो जाना चाहिए

दिल तेज धड़कना

मितली आना

आंखों के सामने अंधेरा छाना

सिर घूमना

अचानक गिर जाना

चक्कर आना, कमजोरी

सिरदर्द, घबराहट

 

बेहोशी से बचने के उपाय

1. बेहोश होने का पूरा रिकॉर्ड रखें और इसका कारण जानने की कोशिश करें.

2. चक्कर आना, मितली, कमजोरी, थकान या नजर में परिवर्तन समझ आए तो एक्सपर्ट की राय लें.

3. अचानक बेहोश जैसा फील होने पर तुरंत बैठ जाए या लेट जाए ताकि चोट न लग पाए. इससे दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है.

4. लाइफस्टाइल में बदलाव, दवाईयों और इलाज से बेहोशी से बच सकते हैं. इसके लिए अच्छी डाइट, पूरी नींद और एक्सरसाइज पर फोकस करें.

5. आंखों के आगे अंधेरा होना ब्लड प्रेशर कंट्रोल असामान्य न्यूरोलॉजिकल रेगुलेशन का कारण हो सकता है. ऐसे में नमक का ज्यादा सेवन, पानी पीएं और सावधानियां बरतें.

 

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