दिल के रोगियों को अपनी हेल्थ का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है. अक्सर हार्ट की बीमारियों का खतरा गलत लाइस्टाइल और गलत खानपान की वजह से बढ़ता है. हार्ट के रोगों के शुरुआती लक्षण होते हैं ब्लड प्रेशर का बढ़ना, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, दिल की धड़कन का तेज-धीमा होना आदि. अगर आप इन्हें ध्यान में रखते हुए जल्द ही सावधान नहीं होते हैं, तो आपको जल्द ही हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसी स्थति से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि आपको हार्ट अटैक के खतरे से बने के लिए कौन से बदलाव करने चाहिए.


सिकुड़ जाती हैं धमनियां ज्यादा चीनी के सेवन से

अगर आप दिल के मरीज हैं तो आपको चीनी का सेवन बहुत कम करना चाहिए. सफेद चीनी यानि रिफाइंड शुगर का अधिक सेवन दिल के मरीजों के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है. ज्यादा चीनी खाने से आपकी धमनियां सिकड़ने लगती हैं और उनमें रुकावट पैदा होने लग जाती है, जिसकी वजह से दिल के रोगियों के किए हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप मीठी चीजों के बेहद शौकीन हैं, तो आपको इनका सेवन कम कर देना चाहिए क्योंकि अधिकतर मीठी चीजों में रिफाइंड शुगर का ही इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इसके अधिक सेवन से आपका शरीर इंसुलिन का भी ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ ही यह मोटापे और फैटी लिवर के खतरे को भी बढ़ाती है.

हार्ट और किडनी के खतरे को बढ़ाता है नमक
अगर खाने में नमक न हो तो खाना बेस्वाद सा लगता है. लेकिन अगर आप अधिक नमक का सेवन करेंगे तो यह आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकता है. ज्यादा नमक खाने से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिसकी वजह से हार्ट फेल्योर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा नमक ज्यादा शरीर में वाटर रिटेंशन को बढ़ा देता है, जिससे किडनी फेल होने का भी खतरा बहुत बढ़ जाता है. अगर आप दिल के मरीज हैं, तो आपको बहुत कम मात्रा में ही नमक का सेवन करना चाहिए. खाने में नमक कम डालें और पैकेटबंद आहारों का सेवन करने से बचें क्योंकि इनमें नमक भरपूर मात्रा में होता है.

कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है मैदा

वैसे तो मैदा हर व्यक्ति की सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. लेकिन अगर आप दिल के मरीज हैं, तो मैदा अधिक मात्रा में खाना आपको मौत के करीब ले जा सकता है क्योंकि मैदा ज्यादा खाने से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है. कोलेस्ट्रॉल एक तरह का वसा यानि कि फैट होता है, जो शरीर के अंगों तक खून पहुंचाने के रास्ते में जमा हो जाता है, जिसके कारण रक्त का प्रवाह आसानी से नहीं हो पाता है. जिससे आपके दिल तक खून नहीं पहुंच पाता, तो इससे आप हार्ट अटैक के शिकार हो सकते हैं. मैदे से बनने वाले खाद्य पदार्थ जैसे- ब्रेड, पास्ता, बिस्किट्स, केक, चिप्स, समोसा, कुल्चे, पिज्जा, बर्गर आदि में अधिक मात्रा में अनहेल्दी कार्ब्स होते हैं. इन अनहेल्दी कार्ब्स से आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ने लगती है, जो कई तरह की शारीरिक परेशानियों की वजह बन जाता है.

डॉक्टर की सलाह


यशोदा सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के सीनियर कंसल्टेंट कार्डिओलोजी डॉक्टर असित खन्ना का मानना कि हार्ट डिज़ीज़ का एक मुख्य कारण मधुमेह भी है. गलत आहार से diabetes भी हो सकती है. ज्यादा मीठा, तेल, नमक, मैदा युक्त खाना, जैसे की फास्ट फूड में होता है, शरीर की धमनियों के लिये जहर है. लम्बे समय तक इनके सेवन से नसों के अंदर कौलेसटौल एकत्रित होकर इनको बंद कर देता है, जो अनेकों बीमारियों का कारण है, जैसा की उपर दिया गया है.


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