Measles Symptoms : भारत के बड़े राज्य में पिछले दिनों खसरा के संक्रमण (Measles Infection) की वजह से कई बच्चों की मौत हो गई. इसके बाद सरकार ने तुरंत ही जांच और इलाज मुहैया कराने के साथ-साथ टीकाकण के आदेश दिए हैं. आंकड़े चौंकाने वाले हैं और आगाह भी कर रहे हैं कि खसरा इंफेक्शन को हल्के में लेने की भूल न करें. खसरा इंफेक्शन जानलेवा हो सकता है. इसलिए सही तरह की जानकारी और कुछ उपाय अपनाकर आप खुद का और अपनों का ख्याल रख सकते हैं। आइए जानते हैं खसरा इंफेक्शन के लक्षण और बचाव के तरीके...

 

महाराष्ट्र के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता 

महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में खसरा बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. इसके बाद सरकार ने वहां के पूरे इलाके में सर्वे, जांच, इलाज, और टीकाकरण के निर्देश दे दिए हैं. हाल ही में, वहां पर तीन बच्चों की मौत के बाद हंगामा शुरू हो गया था. इस साल जनवरी से अक्टूबर के बीच वहां खसरा-रूबेला के कुल 90 मामले सामने आए जिनमें से 74 खसरा के मामले हैं.

 

वैक्सीनेशन कितना कारगर

जांच में जुटी टीम के मुताबिक, संक्रमित हुए बच्चों में से ज्यादातर का टीकाकरण नहीं हुआ था. ऐसे में बचाव के लिए टीका ही सबसे सही तरीका है. सरकार ने इसके लिए टीकाकरण अभियान को त़ेज कर दिया है. लोगों को जागरूक करने का काम भी तेजी से चल रहा है.

 


विशेषज्ञों के मुताबिक, खसरा से संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण 10 से 14 दिनों के बीच में दिखते हैं. लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. खसरा के लक्षणों में से प्रमुख हैं..

 

बुखार और खांसी होना

नाक बहना

गला खराब होना

कंजंक्टिवाइटिस

गाल में अंदर की तरफ छोटे-छोटे सफेद धब्बे दिखना, इन्हें कोप्लिक स्पॉट भी कहा जाता है.

त्वचा पर चकत्ते या दाने दिखना

 

खसरा का इलाज और बचाव

खसरा से संक्रमित होने के बाद इसका कोई खास इलाज मुमकिन नहीं होता है. इसके लक्षणों के हिसाब से ही डॉक्टर दवा देते हैं. बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं और बूढ़े लोगों में ही खसरा संक्रमण के खतरनाक स्टेज में पहुंचने का खतरा बना रहता है.खसरा से संक्रमित होने के बाद ज़्यादा से ज़्यादा आराम करना चाहिए. तरल पदार्थों को ही खाने के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए. ज़रूरत पड़ते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

 

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