Heart Attack and Tension : क्या आप भी बात-बात में टेंशन लेते हैं. क्या आपको भी मेंटल स्ट्रेस ज्यादा है तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह हार्ट अटैक (Heart Attack) का कारण बन सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इसको लेकर आगाह किया है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की तरफ से साल 2019 में हुई एक स्टडी में पता चला है कि ऐसे व्यक्ति जिनमें मेंटल स्ट्रेस ज्यादा देखने को मिला, उनमें बढ़ती उम्र के साथ हार्ट अटैक का रिस्क सामान्य व्यक्ति की तुलना में दो गुना ज्यादा पाया गया. मनोरोग चिकित्सक का कहना है कि मानसिक सेहत का सीधा असर दिल की सेहत पर पड़ता है. कई मामलों में यह हार्ट अटैक का कारण बन जाता है. ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है.

 

हार्ट अटैक और टेंशन

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मेंटल स्ट्रेस दिल की बीमारियों का बड़ा रिस्क फैक्टर है. ज्यादातर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. जब कोई बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेता है, तब उसकी सोचने की क्षमता प्रभावित होती है. इसका असर हार्ट पर भी देखने को मिलता है. ज्यादा स्ट्रेस लेने से ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ती है. शरीर के कई हिस्सों में सूजन भी आ सकती है. मेंटल हेल्थ खराब होने से नींद प्रभावित होती है और खानपान बिगड़ जाता है. जिसका असर हार्ट पर पड़ता है. आजकल कम उम्र में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है, इसका सबसे बड़ा फैक्ट्र मानसिक तनाव ही माना जा रहा है.

 

टेंशन लेने से बनते हैं ब्लड क्लॉट

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा टेंशन लेने से शरीर में ब्लड क्लॉट यानी खून के थक्के बनने लगते हैं। जब हार्ट में ब्लड क्लॉट बन जाता है, तब हार्ट अटैक आने का रिस्क रहता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि थोड़ा बहुत टेंशन उतना इफेक्ट नहीं करता है लेकिन अगर ज्यादा टेंशन लेते हैं तो मेंटल स्ट्रेस बढ़ता है. ऐसे में सावधान हो जाना चाहिए.

 

टेंशन-स्ट्रेस से कैसे बचें

हर दिन एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन करें.

मेंटल स्ट्रेस होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

खानपान का विशेष तौर पर ध्यान दें. किसी तरह की लापरवाही न करें.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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