Morning Fatigue : बिजी शेड्यूल और भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण सुबह बिस्तर से उठना मुश्किल हो जाता है. शरीर काफी भारी-भारी सा लगता है. बिस्तर छोड़ने का मन ही नहीं करता है. अक्सर लोग इसे आम समस्या समझ अनदेखा कर देते हैं लेकिन यह कई बीमारियों का कारण बन सकता है. आइए जानते हैं सुबह उठने का मन न करे तो यह किन बीमारियों के शुरुआती संकेत हो सकते हैं...
सुबह नींद न खुलना इन बीमारियों के संकेत
डायबिटीज
डिप्रेशन
कैंसर
मल्टीपल स्केलेरोसिस
एंग्जायटी डिसऑर्डर
किडनी डिजीज
फाइब्रोमायल्जिया
क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम
स्लीप एपनिया
हाइपोथायरॉइडिज्म
इस तरह दूर करें थकान
क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम या स्लीप एपनिया के कारण अगर नींद पूरी नहीं हो पा रही है तो सुबह खाली पेट किशमिश का पानी पीना चाहिए. यह शरीर की कमी को दूर कर उसे एनर्जी देता है. इसे पीने के कुछ दिन बाद चुस्त और तंद्रुस्त महसूस करने लगेंगे. किशमिश के पानी में भरपूर नेचुरल शुगर मिलता है. रिसर्च गेट के अनुसार, किशमिश से लंबे समय तक शरीर को ऊर्जा मिल सकती है.
स्लीप एपनिया में किशमिश फायदेमंद
अगर जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं तो स्लीप एपनिया हो सकता है. इसकी वजह से गहरी नींद नहीं आ पाती है. नींद पूरी न होने से अगले दिन थकान और आलस होने लगता है. किशमिश के पानी में मेलाटोनिन पाया जाता है, जो डीप स्लीप के लिए आवश्यक होता है. इसी हार्मोन की वजह से स्किन हेल्दी बनती है.
आयरन की कमी होगी दूर
किशमिश का पानी आयरन से भरपूर होता है. शरीर को बेहतर कामकाज करने के लिए आयरन की जरूरत होती है. इसकी कमी होने पर खून का बनना बंद हो सकता है. सुबह-सुबह उठना भी मुश्किल हो सकता है. इसलिए किशमिश का पानी रोजाना सुबह पीना चाहिए.
किशमिश का पानी के फायदे
किशमिश में फेरुलिक एसिड, रुटिन, क्वेरसेटिन और ट्रांस कैफ़्टेरिक एसिड पाया जाता है. ये सभी एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में पहुंचकर उसे कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज और अल्जाइमर से बचाने में मदद करती है. इससे उम्र ज्यादा होने पर भी शरीर फिट रहता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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