डेंगू का मच्छर सुबह काटता है तो मलेरिया और चिकनगुनिया के मच्छर कब काटते हैं?
डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारियां फैलाने वाले मच्छर बेहद खतरनाक होते हैं. इन मच्छरों के काटने से 10 से भी ज्यादा खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं जिनसे लोगों की जान तक चली जाती है.
Mosquito Diseases : इंसानों के लिए मच्छर सबसे खतरनाक जीव माना जाता है. यह कई जानलेवा बीमारियों का कारण है. सबसे बड़ी मुश्किल तो ये है कि मच्छरों को देखकर पहचान नहीं सकते हैं कि कौन सा मच्छर किसी बीमारी को लेकर आया है. WHO के अनुसार,पूरी दुनिया में हर साल मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है.
पूरी दुनिया में मच्छर के काटने से 10 से ज्यादा बीमारियां होती हैं. इनमें डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया भी हैं. डेंगू के मच्छर हमेशा सुबह के वक्त ही काटते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि फिर मलेरिया और चिकनगुनिया के मच्छर कब काटते हैं.
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डेंगू (Dengue)
डेंगू का मच्छर सुबह और शाम के समय में अधिक सक्रिय होते हैं, जब तापमान और आर्द्रता ज्यादा होती है. ये मच्छर दिन के समय में भी काट सकते हैं, लेकिन सुबह और शाम के समय में इसकी सक्रियता अधिक होती है. डेंगू के मच्छर के काटने से डेंगू बुखार, डेंगू हेमोरेजिक बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती है.
मलेरिया (Malaria)
मलेरिया के मच्छर रात में ज्यादा एक्टिव होते हैं. ये तब अटैक करते हैं, जब लोग जब लोग सो रहे होते हैं। मलेरिया के मच्छर के काटने से मलेरिया बुखार हो सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है. पूरी दुनिया में हर साल मलेरिया के करीब 25 करोड़ मामले सामने आते हैं. मलेरिया 5 तरह के होते हैं. इनमें प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम,प्लाज्मोडियम वीवेक्स, प्लाज्मोडियम ओवेल मलेरिया,प्लाज्मोडियम मलेरिया और प्लाज्मोडियम नोलेसी है.
चिकनगुनिया (Chikungunya)
चिकनगुनिया के लिए जिम्मेदार एडीज अल्बोपिक्टस मच्छर दिन के वक्त काटते हैं. डेंगू के मच्छर भी चिकनगुनिया का कारण बन सकते हैं. ये मच्छर डेंगू की तरह सुबह और शाम के वक्त भी काट सकते हैं. चिकनगुनिया के मच्छर के काटने से चिकनगुनिया बुखार हो सकता है, जो जोड़ों में दर्द और बुखार का कारण बनता है. अभी तक चिकनगुनिया का सटीक इलाज नहीं है. एंटीवायरल दवाईयों से इनके लक्षणों को कम किया जाता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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