Health Tips: सीने में दर्द के कई कारण होते हैं, जैसे कि- मांसपेशियों में दर्द, हड्डी में दर्द, एसिड-रिफ्लक्स, एनजाइना, दिल का दौरा आदि. इनमें से कुछ समस्याएं मामूली हैं तो कुछ गंभीर. लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि ज़्यादातर मरीजों को सीने में उठने वाले दर्द का कारण पता ही नहीं चलता. कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो सीने में सुई की तरह चुभते हैं तो कुछ मंद-मंद होते हैं. ऐसे में इन्हें नज़रंदाज़ करना गलत है. इसीलिए आज हम आपको इस समस्या के बारे में विस्तार से बताते हुए, आपके साथ इसके लक्षणों और इससे बचाव की जानकारी साझा करेंगे.


किस तरह के दर्द की अनदेखी न करें
जब कभी आपको सीने के बीच में यानि सेंटर में दर्द हो या भारीपन महसूस हो तो समझ जाइए कि ये दर्द गंभीर है. इसके आलावा कंधे, हाथ, जबड़े या पीठ में झनझनाहट होना, पसीना आना, थकावट से होने वाले दर्द आदि पर ध्यान दिया जाना भी ज़रूरी है. इन लक्षणों को नज़रंदाज़ करने से आपको गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है.


दर्द से राहत पाने के उपाय
अगर घरेलू उपचारों की बात करें तो हल्का खाना खाना ज़्यादा फायदेमंद होता है. इसके अलावा यदि कारण मस्कुलोस्केलेटल है, तो आस-पास किसी मेडिकल स्टोर से पेनकिलर ले सकते हैं. इससे आपके दर्द में आराम मिल जाएगा. वहीं अगर एसिड-रिफ्लक्स आपके दर्द का कारण है, तो एंटासिड आपके काम आ सकती है. ध्यान दें कि, अगर ये दर्द कार्डियक है, तो जीभ के नीचे नाइट्रेट जैसी दवा रखें, इसकी मदद से सीने में दर्द से राहत मिलेगी.


दर्द का कारण
बता दें कि, सीने में दर्द के कई कारण होते हैं. यह मस्कुलोस्केलेटल हो सकता है, जो त्वचा, मांसपेशियों, हड्डी या जोड़ों से पैदा होता है. इसके अलावा, ये एसिड-रिफ्लक्स हो सकता है जो फूड-पाइप या पेट में बनने वाले एसिड से पैदा होता है. सीने में दर्द फेफड़े से भी उत्पन्न हो सकता है. दर्द का एक कारण धमनियां भी हैं. मतलब सीने में दर्द हृदय की धमनियों में रुकावट आने से भी हो सकता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों में रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है.


सीने में दर्द के लक्षण
- पसीना आना
- सांस लेने में तकलीफ
- धड़कन कम होना
- सिर में मंद दर्द होना
- डकार लेना
- उल्टी होना


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