Health Tips: अक्सर लोग एक तरफ तो अपनी फिजिकल और स्किन हेल्थ को लेकर काफी सतर्कता बरतते हैं. लेकिन दूसरी तरफ अपनी ओरल हेल्थ के प्रति लापरवाह हो जाते हैं. जिसमें से मेनली ठीक तरह से ब्रश न करने की आदत ज़्यादातर देखने को मिलती है. नतीजन, दांतों से जुड़ी कई परेशानियां और बेहद गंभीर बीमारियां आपके मुंह को घेरने लगती हैं. मगर बात यहीं ख़त्म नहीं होती, सिर्फ मुंह से जुड़ी बीमारी ही नहीं बल्कि ठीक तरह से ब्रश न करना आपके हार्ट को भी नुकसान पंहुचा सकता है. हमारा आज का आर्टिकल इन्हीं बीमारियों पर बेस्ड है. तो चलिए जानते हैं सही तरीके से ब्रश न करने की आदत आपको किन किन बीमारियों के खतरे में डाल सकती है.


दांतों में कैविटीज
बेंगलुरू में बेस्ड स्मॉल बाइट्स डेंटल क्लिनिक की फाउंडर एंड डायरेक्टर, डॉक्टर प्रमिला नायडू के मुताबिक़, जो लोग सही तरीके से रोजाना ब्रश नहीं करते हैं उनके दाँतों में फर्मेंटेंड कार्बोहाइड्रेट बैक्टीरिया इकठ्ठे हो जाते हैं जो दांतो में स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेंट एसिड प्रोडूस करते हैं. ये एसिड दांतों के इनेमल व दांतो की बाहरी परत को खराब करना शुरू कर देता है और इससे दातों मे छोटे छोटे छेद होने लगते हैं. सरल भाषा में बोलें तो, दांतों की एक सीरियस कैविटी प्रॉब्लम.


मसूड़ों में सूजन
रोजाना सही ढंग से ब्रश न करने की आपकी आदत आपके दांतों के साथ साथ आपके मसूड़ों के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि ब्रश न करने से आपके दांतों में जमा प्लाक, दांतों को कैविटीज देने और मसूड़ों को कमज़ोर बनाने का काम करता है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्लाक के कारण दांतों पर मौजूद बैक्टीरिया दांतों को अंदर-अंदर खराब करते हैं. जिससे जिंजिवाइटिस यानी मसूड़ों में सूजन की समस्या खड़ी हो जाती है.


पेरियोडोंटाइटिस बीमारी
जिस तरह प्लाक से आप को जिंजिवाइटिस हो सकती है उसी तरह जिंजिवाइटिस से आप को पेरियोडोंटाइटिस बीमारी हो सकती है. ये एक हड्डियों से जुड़ी बीमारी है जिसका काम उन हड्डियों को कमजोर करना होता है जो दांतों को सहारा देती हैं. इस बीमारी की वजह से दांत झड़ने तक की नौबत आ सकती है. इसलिए बेहतर यही है कि आप अपने दांतो की सफाई में कोई भी लापरवाही न बरतें.


डिमेंशिया
जिन लोगों को डिमेंशिया नामक बीमारी होती है उसके पीछे का कारण अक्सर दांतों की खराब दशा ही होती है. इस बीमारी के कारण आप के दिमाग में सूजन हो जाती है और आप के दांतो की हड्डी में इंफेक्शन होने का खतरा होता है. इसलिए अपने दांतो को सड़न से बचा कर रखें और रोज कम से कम एक बार ब्रश ज़रूर करें.


हार्ट डिजीज होने का खतरा
आप में से बहुत कम लोगों को ये पता होगा कि आपकी हार्ट हेल्थ आपके मुंह से कनेक्टेड है. जिन लोगों को दांतों और मसूड़ों की बीमारियां होती हैं, उन्हें हृदय रोग होने का खतरा ज़्यादा होता है. इसलिए नियमित रूप से अपने दांतों का चेकप ज़रूर करवाएं. इसके अलावा, जब कभी आपको हार्ट अटैक जैसा महसूस होता है तो उस सिचुएशन में भी मसूड़ों में ऐंठन, जकड़न जैसी समस्याओं के संकेत सामने आते हैं.


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