Oversleeping Effect : ज्यादा और कम सोना दोनों ही सेहत के लिए खतरनाक है. कुछ लोगों में ज्यादा सोने और कुछ में कम सोने की आदत होती है. कुछ लोग रात में 8 से 10 घंटे सोते हैं लेकिन बावजूद इसके दिन में भी सोने का मन करता है। यह आदत ठीक नहीं है। ओवर स्लीपिंग (Oversleeping Effect) का कारण हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) नाम की बीमारी हो सकती है. इस बीमारी में रात में भरपूर नींद के बावजूद दिन में नींद आती रहती है। कई बार तो काम करते समय भी नींद आती है। चलिए जानते हैं यह बीमारी क्या होती है और कितनी खतरनाक है...
हाइपरसोमनिया का क्या कारण होता है
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, इस बीमारी का सही कारण क्या है इसकी कोई सटीक जानकारी आजतक नहीं मिली है. हालांकि, कुछ रिसर्च में पता चला है कि जेनेटिक वजहों से भी यह बीमारी हो सकती है. अगर कोई मोटापे का शिकार है तो उसे यह बीमारी अपनी चपेट में जल्दी लेता है. कई केस में पार्किंसंस डिजीज के कारण भी ऐसा हो सकता है.
ज्यादा नींद मेंटल समस्या
मनोरोग विशेषज्ञ के मुताबिक, मानसिक स्थिति ठीक न होने के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं. इसका भी उल्टा प्रभाव पड़ सकता है. जिसकी वजह से हाइपरसोमनिया की चपेट में आ सकते हैं. किसी भी उम्र में यह परेशानी हो सकती है. लेकिन सबसे ज्यादा केस 30 से 40 साल की उम्र वालों में होता होता है.
हाइपरसोमनिया का इलाज
हाइपरसोमनिया के कई कारण हो सकते हैं. इसका सबसे बड़ा लक्षण यह है कि दूसरों की तुलना में ज्यादा नींद आती है. अगर आप इस बीमारी की चपेट में हैं तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए. आपकी मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार इलाज किया जाता है. इसलिए डॉक्टर से कुछ भी छिपाए नहीं. रात में और दिन में कितनी देर सोते हैं, इसकी पूरी जानकारी उन्हें सही-सही दें. कोई दवा ले रहे हैं तो इसको भी बताएं. इस बीमारी का इलाज आप सायकाइट्रिस्ट से भी करवा सकते हैं.
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