Panic Attack : पैनिक अटैक के कई सारे लक्षण हार्ट अटैक जैसे ही होते हैं, इसलिए अक्सर लोग पैनिक अटैक को हार्ट अटैक मानने की गलती कर बैठते हैं. पैनिक अटैक (Panic Attack) आने पर दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं, सांस लेने में परेशानी होती है, चक्कर आता है, शरीर में कंपकंपी या मांसपेशियों में दर्द की शिकायत होने लगती है. पैनिक अटैक किसी को कभी भी आ सकता है. ये किसी बाहरी वजह के हिसाब से नहीं आता है. पैनिक अटैक के ज़्यादातर मामलों में लोगों को लगता है कि शरीर पर कंट्रोल नहीं रहा है या फिर लोग कई बार हार्ट अटैक भी मान लेते हैं. चलिए जानते हैं पैनिक अटैक के लक्षण और इससे बचाव का तरीका...
पैनिक अटैक कितना खतरनाक
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, किसी व्यक्ति को उसके पूरे जीवन में एक से दो बार पैनिक अटैक आ सकता है. आम तौर पर, पैनिक अटैक ठीक हो जाता है, लेकिन डॉक्टर को इसके बारे में जानकारी जरूर देनी चाहिए. अगर किसी को मेंटल हेल्थ से जुड़ी दिक्कतें आ रही हैं तो फिर ऐसे में मरीज के लिए पैनिक अटैक खतरनाक हो सकता है.
हार्ट अटैक से कैसे अलग पैनिक अटैक
पैनिक अटैक के ज्यादातर लक्षण हार्ट अटैक की तरह ही होते हैं इसलिए लोग पैनिक अटैक को हार्ट अटैक ही मान लेते हैं. पैनिक अटैक लोगों को बिना किसी चेतावनी के साथ शुरू होता है लेकिन इसके खत्म होने के बाद मरीज के बहुत ज्यादा थकावट महसूस हो सकती है. पैनिक अटैक में भी हार्ट अटैक के मामलों की तरह से ही ब्लड प्रेशर बढ़ जाने, तेजी से पसीना आने, मितली, सीने में दर्द होने जैसी शिकायतें हो सकती हैं.
पैनिक अटैक के लक्षण
पैनिक अटैक के ज्यादातर मामलों में मरीज के कुछ देर में आराम मिल जाता है, लेकिन कुछ देर में आराम न मिलने, डॉक्टर से संपर्क न करने की स्थिति में ये खतरनाक भी हो सकता है. पैनिक अटैक के इन लक्षणों पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है
शरीर पर कंट्रोल न रहना
मौत हो जाने का खतरा लगना
पसीना आना
हार्ट बीट तेजी से बढ़ जाना
जी मिचलाना
सीने में दर्द
सिर में तेज दर्द बढ़ना
पैनिक अटैक के बचने के तरीके
पैनिक अटैक आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
दिनचर्या और खान-पान का ख्याल रखना चाहिए
मेंटल स्ट्रेस कम से कम लेना चाहिए
फिजिकली ऐक्टिव रहना चाहिए
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें