Health Tips: गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में बीमारियां और बीमारियों के चलते होने वाली परेशानियां शरीर को ज़्यादा घेरती हैं. इसी वजह से ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम, फ्लू, गले में खराश जैसे इन्फेक्शन्स और ब्रेन स्ट्रोक व लकवा जैसी सीरियस मेडिकल कंडीशन्स का खतरा ज़्यादा बना रहता है. अगर सिर्फ लकवा की बात करें तो, सर्दियों में ज़्यादातर इसी से जुड़े मामले देखने को मिलते हैं. वो इसलिए कि सर्दियों में लोगों को ठंड के कारण बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन के ठीक तरह से न होने की शिकायत रहती है और यही वजह बनती है लकवा के अटैक की. अब जहां बीमारी है वहां इलाज भी होगा ही, तो चलिए जानते हैं लकवा से बचने के तरीके और लकवा के लक्षण.


लकवा के लक्षण
लकवा के लक्षण बहुत ही आसानी से पहचाने जा सकते हैं.
1. शरीर के एक हिस्सा स्तब्ध/ स्टंड हो जाना
2. शरीर में कमजोरी
3. बोलने में परेशानी
4. बिहेवियर में चेंज और चेहरे का टेड़ा होना
5. लोगों की बातों को समझने में परेशानी
6. आंखों से देखने में परेशानी
7. अननोन रीज़न्स की वजह से दर्द और बैचेनी होना

लकवा होने के कारण
1. सर्दियों में ब्लड वेसल्स के काफी ज़्यादा पतले हो जाने के कारण ब्लड सर्कुलेशन का सही तरह से न होना.
2. सर्दियों में ब्लड प्रेशर ज़्यादा बढ़ने के कारण दिमाग की नस फटने का खतरा.
3. बहुत ज़्यादा कोलेस्ट्रॉल बढ़ना

लकवा का इलाज
1. सर्जरी या डिस्सेकशन
2. फिजिकल थेरेपी
3. व्यावसायिक चिकित्सा/ऑक्यूपेशनल थेरेपी
4. मोबिलिटी एड्स
5. स्पास्टिक पैरालिसिस
इन सभी के ज़रिये, डॉक्टर लकवा के मरीजों का इलाज करने की कोशिश करते हैं.

लकवा के बचने के उपाय
1. लाइफस्टाइल में बदलाव करें
2. फिजिकली एक्टिव रहें
3. रोज़ाना एक्सेसाइज़ करें
4. धूम्रपान से दूर रहें
5. शराब न पियें
6. सर्द हवाओं से बचकर रहें
7. ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की रोज़ाना जांच करें
8. दुर्घटनाओं से बचकर रहें

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