Pre Marriage Medical Test : शादी से पहले लड़की और लड़के की कुंडली मिलाई जाती है. उनके गुण देखे जाते हैं ताकि उनकी लाइफ में किसी तरह की प्रॉब्लम्स न आए. जिस तरह शादी से पहले कुंडली का महत्व होता है, ठीक उसी तरह कुछ मेडिकल टेस्ट (Pre Marriage Medical Test List) भी बेहद जरूरी होते हैं, जिनका मिलान शादी से पहले कर लेना चाहिए. इससे शादी के बाद किसी तरह की समस्याएं नहीं होती हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे टेस्ट के बारें में बताने जा रहे हैं, जिसे हर कपल को शादी से पहले करवाने चाहिए.


शादी से पहले कौन-कौन से टेस्ट करवाएं


1. ब्लड ग्रुप टेस्ट 
इस टेस्ट (Blood Group Test) से ब्लड टाइप और ब्लड ग्रुप का पता चलता है. इसमें वर-वधू के RH फैक्टर का मिलान करना चाहिए. इसके एक न होने पर बच्चे के जन्म के समय परेशानियां आ सकती हैं. प्रेगनेंसी में कई प्रॉब्लम्स फेस करने पड़ सकते हैं.


2. जीनोटाइप टेस्ट 
पैरेंट्स के जीन बच्चों में ट्रांसफर होते हैं. इसलिए शादी से पहले यह टेस्ट (Genotype Tests) भी महत्वपू्र्ण हो जाता है. इससे पहले ही किसी समस्या का पता चल जाता है और समय रहते उसे दूर किया जा सकता है.


3. थैलेसीमिया-हीमोफीलिया टेस्ट 
थैलेसीमिया -हीमोफीलिया से कपल के बच्चों में जन्म दोष की समस्या हो सकती है. इसलिए, शादी करने से पहले यह टेस्ट (Thalassemia-Haemophilia Test) करवाना जरूरी है.


4. मेंटल हेल्थ 
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए पति-पत्नी का मेंटल हेल्थ अच्छा होना चाहिए. कुछ मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां (Mental Health Status) आने वाले समय में बच्चों में भी ट्रांसफर हो सकता है, इसलिए इसका समय रहते ही निजात समाधान होना जरूरी है.


5. फर्टिलिटी टेस्ट 
शादी से पहले जान लेना अच्छा होता है कि आपका शरीर फर्टाइल है और प्रजनन के लिए सही है या नहीं. इसलिए शादी से पहले फर्टिलिटी टेस्ट (Fertility Test) करवाना चाहिए. इससे किसी समस्या का इलाज समय पर हो सकता है.


6. क्रोनिक डिजीज
कोई भी पुरानी बीमारी प्रेगनेंसी में समस्या पैदा कर सकती है. शादी करने वाले कपल्स को अपनी हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के बारें में पहले ही पता कर लेना चाहिए. इससे कई समस्याओं को पहले ही खत्म किया जा सकता है.


7. HIV और STD टेस्ट 
एचआईवी और अन्य यौन बीमारियां (STD) आसानी से एक इंसान से दूसरे में पहुंच सकती हैं. ऐसे में शादी से पहले पता लगाना जरूरी हैकि आपका साथी या आप इस तरह के बीमारी से संक्रमित तो नहीं हैं.


8. पेल्विक अल्ट्रासाउंड टेस्ट 
पेल्विस के अंदर के अंगों की तस्वीरें लेने के लिए पेल्विक अल्ट्रासाउंड टेस्ट (Pelvic Ultrasound Test) होता है.  इस टेस्ट से गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा, अंडाशय और फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी जानकारियां पता चलती हैं और समस्या होने पर उनका इलाज किया जाता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


Myths Vs Facts: क्या एक बार कैंसर होने के बाद अस्पताल में ही गुजर जाती है जिंदगी? जानें सच