Reason Behind Shiever In Winter: सर्दी के मौसम में क्या आपको भी बहुत ज्यादा ठंड लगती है? अगर हां तो क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे क्या वजह होती है या आप इसी मौसम में क्यों कांपने (Why Do Shiever in winter) लगते हैं? आपको बता दें कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को ज्यादा ठंड लगती है. आइए जानते हैं ठंड और कंपकपी से जुड़े कुछ इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स..
क्या आप जानते हैं?
1. हमारे शरीर का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है. फारेनहाइट में इसे मापे तो यह करीब 98.6 होता है. बॉडी इसी टेंपरेचर में कभी-कभी एक-दो डिग्री आगे-पीछे होती रहती है. मौसम कोई भी हो, गर्मी, सर्दी या बारिश का..बॉडी का तापमान एक जैसा ही होता है. टेंपरेचर गड़बड़ाने पर बुखार आ जाता है.
2. अब सबसे बड़ा सवाल कि जब सर्दी हो या गर्मी और शरीर का तापमान एक जैसा ही होता है तो हमारे शरीर का तापमान मेंटेंन कैसे होता है? दरअसल कड़ाके की ठंड में तापमान 10 डिग्री के नीचे चला आए या गर्मी का पारा 45 डिग्री से ऊपर ही क्यों न चला जाए बॉडी अपने नेचुरल टेंपरेचर को मेंटर रखता है. इसमें उसकी मदद करता है, बॉडी में लगा एसी और हीटर..जी हां शरीर की बनावट ही इस तरह होती है कि वह टेंपरेचर को मेंटेन कर लेता है. जब बॉडी हीट होती है तो इसी प्रक्रिया में शरीर में कंपकपी आती है.
सर्दी के मौसम में कंपकपी क्यों आती है?
1. जब कभी भी हम कोई मूवमेंट करते हैं तो उस स्थिति में बॉडी हीट जनरेट करती है. जिससे शरीर गर्म रहता है और यही कारण है कि जब गर्मियों में हम एक्सरसाइज करते हैं तो तेज गर्मी लगती है लेकिन बॉडी अपना टेंप्रेचर फिक्स रखती है. ऐसे में हमें पसीना आने लगता है और गर्मी का असर कम हो जाता है. यही प्रक्रिया ठंड के मौसम में भी होती है और इसी वजह से हमें कंपकपी छूटती है. सर्दी में शरीर तापमान बढ़ाने में ऐसा करता है.
2. सर्दी का मौसम हो या फिर गर्मी का..जब बुखार आता है तो हमारी बॉडी का टेंपरेचर कम होने लगता है, इससे बॉडी कांपने लगती है. कंपकपी के दौरान शरीर हिलने लगता है और ऐसा होने पर बॉडी के अंदर हीट जनरेट होती है. कंपकपी के साथ स्किन की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे जो हीट जनरेट हो रही है वो हवा में ना उड़ने पाए. यही कारण होता है कि कंपकपी आने पर गूजबंप्स यानी रोंगटे खड़े हो जाते हैं. मतबल अगर आप अपनी बॉडी को हिलाकर खुद से एनर्जी जनरेट कर टेंपरेचर मेंटेन करने में शरीर की मदद नहीं करते हैं तो वह खुद ही कंपकपी दिलाकर अपनी मदद कर लेता है.
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