Experimental Foods Side Effects: बाहर का खाना सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है. आजकल होटल और रेस्तरां वाले काफी ज्यादा एक्सपेरिमेंट करने लगे हैं, जिसका खामियाजा लोगों की हेल्थ पर पड़ रहा है. ड्राई आइस भी इसी एक्सपेरिमेंट का हिस्सा है. कुछ दिनों पहले की ही बात है, जब कुछ लोगों ने गलती से ड्राई आइस खा ली और अपनी तबीयत बिगाड़ ली. हालांकि, ये भी सच है कि फूड आइटम्स पर किए गए सभी एक्सपेरिमेंट सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं हैं लेकिन कुछ का बुरा असर भी पड़ सकता है. ऐसे में जब भी होटल या रेस्तरां जाएं तो फैंसी फूड आइटम्स खाते समय सावधानी बरतें.

 

ड्राई आइस क्यों नुकसानदायक

रेस्तरां में ड्राई आइस का इस्तेमाल धुएं के इफेक्ट से तैयार किया जाता है. ये जमी कार्बन डाई ऑक्साइड होती है. डॉक्टर्स का कहना है कि ये खाने के लिए नहीं होती है, इतना ही नहीं इसके संपर्क में आने से त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है. डॉक्टर के मुताबिक,  कार्बन डाई ऑक्साइड त्वचा पर लगने से त्वचा जल सकती है. ड्राई आइस में बंद रूम में ऑक्सीजन की मात्रा भी कम हो जाती है.

 

ऐसे में इसका इस्तेमाल धुएं का इफेक्ट दिखाने के लिए किया जा रहा है. इसलिए ये ज्यादा खतरनाक होता है. इससे आसपास की ऑक्सीजन पर असर पड़ता है और बेहोशी तक भी हो सकती है. खाने-पीने पर ये काफी नुकसानदायक हो सकती है.

 

लिक्विड नाइट्रोजन से पेट को नुकसान

आजकल बार और रेस्तरां में कॉकटेल-मॉकटेल ड्रिंक से उठता हुआ धुआं देखने को मिलता है. इस धुएं में लिक्विड नाइट्रोजन होता है. कुछ साल पहले इसी तरह की कॉकटेल से एक व्यक्ति के पेट में छेद होने की खबर आई थी. तब पेट का प्रभावित हिस्सा काटकर किसी तरह जान बचाई गई थी. डॉक्टर के मुताबिक, लिक्विड नाइट्रोजन काफी ठंडी होती है. जब नॉर्मल टेंपरेचर में आती है तो बम के फटने जैसा ही रिएक्शन होता है. जब ये पेट में पहुंचता है तो नुकसान करता है. यहां तक कि इससे मुंह को भी नुकसान पहुंच सकता है. अगर इसका धुआं सीधे नाक में पहुंच जाए तो गंभीर नुकसान हो सकता है. जब इसे खाने में मिलाया जाता है तो समस्याएं बढ़ जाती है.

 

कॉटन कैंडी 

जिस कॉटन कैंडी बच्चे बड़े ही चाव से खाते हैं, उसका इस्तेमाल आजकल पब-बार में हो रहा है. इसे कॉकटेल-मॉकटेल और कॉफी के साथ कस्टमर्स को सर्व किया जाता है. इसे ड्रिंक के ऊपर लगाया जाता है. इसमें खतरनाक केमिकल पाए जाते हैं. हाल ही में पुदुच्चेरी और तमिलनाडु में कॉटन कैंडी पर बैन लगा दिया गया है. इसमें रोडोमाइन-बी केमिकल पाया गया था, जो कैंसर का कारण बन सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि इसमें शुगर काफी ज्यादा हता है, जो खतरनाक हो सकता है. 

 

फ्लैंबी फूड्स

रेस्तरां में फूड सर्विंग का नया तरीका आया है. जिसमें जब खाना लाया जाता है, जब वह गर्म होता है और उसमें से आग निकल रही होती है. कुछ रेस्तरां में तो टेबल पर ही खाने को आग देकर गर्म किया जा रहा है. इससे पहले खाने पर कुछ लिक्विड डाला जाता है, जो एल्कोहल होता है. इसलिए ये आग भी पकड़ लेता है.  इसे फ्लैंबी फूड कहा जाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. इसे मुंह में रखने पर जल सकते हैं. इसमें एल्कोहल होता है तो आग जल्दी बुझती नहीं और कपड़ों पर भी गिर सकती है. इससे हादसा भी हो सकता है.

 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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