Smoking Side Effects : अगर आप भी धूम्रपान करते हैं तो इसे तुरंत छोड़ दें, वरना इसकी वजह से जानलेवा बीमारी के शिकार हो सकता हैं. स्मोकिंग (Smoking) की वजह से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) तेजी से बढ़ रही है. इसके मरीज देश के कई राज्यों में तेजी से बढ़ रहे हैं. इनमें हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर शामिल हैं. अस्पतालों में इस बीमारी के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इनमें ज्यादातर की उम्र 40 साल से ज्यादा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, COPD से जुड़ी 10 मौतों में से 8 का कारण स्मोकिंग ही है. आइए जानते हैं इस बीमारी के बारें में...

 

COPD का कारण क्या है

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सीओपीडी आमतौर पर सिगरेट पीने की वजह से होती है. हालांकि, लंबे समय तक फेफड़ों में जलन पैदा करने वाले दूसरे कारणों, जैसे स्मोकिंग के धुएं के संपर्क में रहने से भी सीओपीडी बढ़ सकती है. सीओपीडी की वजह से शरीर में कम हवा पहुंचती है. बचपन और किशोरावस्था में धूम्रपान करने या धूम्रपान के संपर्क में आने से फेफड़ों का विकास काफी हद तक धीमा हो सकता है.

 

सीओपीडी क्यों खतरनाक

डॉक्टर के मुताबिक, सीओपीडी की वजह से फेफड़ों में वायुमार्ग और छोटी वायुकोशियां फैलने और सिकुड़ने की क्षमता काफी कम हो जाती है. कई वायुकोषों की दीवारें भी नष्ट हो सकती हैं. ऐसे में वायुमार्ग की दीवारें मोटी और सूज जाती हैं. वायुमार्ग सामान्य से ज्यादा बलगम बनाता है, जो वायुप्रवाह को रोक सकती है.

 

सीओपीडी के लक्षण

डॉक्टर के अनुसार, सीओपीडी की शुरुआत में किसी तरह का लक्षण नजर नहीं आ सकता है या फिर हल्के-फुल्के लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं, जो बीमारी के बढ़ने पर बढ़ सकते हैं. इनमें खांसी, सांस की परेशानी, घरघराहट, सीने में जकड़न जैसी समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि, हर व्यक्ति में लक्षण समान नहीं होते हैं. ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बाद ही सीओपीडी की सटीक जानकारी मिल सकती है.

 

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