High Salt Foods: संलुतन प्रकृति का नियम है, जो इस नियम को मानता है, वो हमेशा खुशहाल बना रहता है. खानपान को लेकर भी यही नियम काम करता है. जब तक कोई चीज संतुलित है, आप सेहतमंद बने रहेंगे, जैसे ही संतुलन बिगड़ा, सेहत को परेशानियां होने लगती हैं. खाना जितना बैलेंस्ड रहेगा, शरीर उतना ही चुस्त-दुरुस्त बना रहता है. हमारे किचन में कई ऐसी चीजें हैं, जिसे अगर ज्यादा खा लिया जाए तो वह मौत का कारण बन सकता है.
WHO ने हाल ही में एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया है. बताया गया है कि यूरोप में हर दिन 10 हजार से ज्यादा लोग हार्ट अटैक से अपनी जान गंवा रहे हैं. मतलब सालभर में 4 मिलनय मौतें सिर्फ हार्ट अटैक से हो रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण ज्यादा नमक खाना है. WHO का कहना है कि नमक ज्यादा खाने से बीपी, हाइपरटेंशन जैसी समस्याएं बढ़ती हैं, जो हार्ट अटैक का कारण बनती है.
मौत का कारण बन रहा ज्यादा नमक
WHO ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यूरोप में ज्यादातर लोग बहुत ज्यादा नमक खाते हैं. यहां 30 से 79 साल के लोगों में से एक से ज्यादा को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, जिससे दिल का दौरा पड़ता है. इससे स्ट्रोक का खतरा रहता है. हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता है. डब्ल्यूएचओ ने यूरोप की एक नई रिपोर्ट में कम नमक खाने की अपील की है.
ज्यादा नमक क्यों खतरनाक
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सेहतमंद रहने के लिए हर दिन ज्यादा से ज्यादा 5 ग्राम नमक खाने को ही कहा है यानी एक दिन में करीब 1 चम्मच नमक खाया जा सकता है लेकिन यूरोप के सभी देशों में लोग इस मानक से कहीं ज्यादा नमक खा रहे हैं. जिसकी वजह से उन्हें हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दूसरी हार्ट संबंधी बीमारियों का जोखिम बहुत ज्यादा रहता है.
हार्ट अटैक का खतरा कैसे कम करें
यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ की तरफ से बताया गया है कि अगर नमक का सेवन कम कर दिया जाए तो काफी हद तक इस खतरे को कम किया जा सकता है. स्ट्रीट फूड और प्रोसेस्ड फूड में सबसे ज्यादा नमक आजकल यूज हो रहा है. इन्हें खाने से बचना चाहिए. संगठन का कहना है कि अगर खाने में नमक की मात्रा सिर्फ 25% ही कम कर दिया जाए तो 2030 तक कम से कम 9 लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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